गुरुजी खुद करेंगे अपने कामकाज का मूल्यांकन, अध्यापकों को पास होने के लिए जुटाने होंगे नंबर

 आजमगढ़। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की वार्षिक गोपनीय आख्या इस वर्ष ऑनलाइन भरी जाएगी। अध्यापक और प्रधानाध्यापक मानव संपदा पोर्टल पर 15 अप्रैल तक अपना मूल्यांकन करेंगे। खंड शिक्षा अधिकारी 15 मई तक अपनी मूल्यांकन आख्या देंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी इस रिपोर्ट को 31 मई तक निदेशालय को भेज देंगे। महानिदेशक ने इसके यह निर्देश दिए हैं।



पहली बार बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के कामकाज का मूल्यांकन अब कारपोरेट कंपनियों की तरह से किया जाएगा । शिक्षक खुद अपना मूल्यांकन करेंगे। इसके बाद दो स्तर पर उच्चाधिकारी मूल्यांकन करेंगे । इसके लिए मानक पिछले वर्ष ही तय कर दिए गए थे। जिले के आठ तहसीलों में कुल 2702 परिषदीय विद्यालय विद्यालय हैं। जिसमें 1737 प्राथमिक, 481 कंपोजिट व 484 उच्च प्राथमिक विद्यालय है इन विद्यालयों में चार लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को 16 हजार शिक्षक पढ़ाते हैं। सभी शिक्षकों की ई सर्विस बुक तैयार हो चुकी है। अबकी बार गोपनीय आख्या ऑनलाइन दर्ज की जानी है।

कुछ शिक्षकों को कहना है कि नई व्यवस्था में पारदर्शिता नहीं रहेगी
जबकि कुछ इससे खुश हैं।


अध्यापकों को पास होने के लिए जुटाने होंगे नंबर ऑपरेशन कायाकल्प, दीक्षा पोर्टल का उपयोग, लर्निंग आउटकम,

अध्यापक के पढ़ाए विषय का ग्रेड, एसएमसी की बैठक, छात्रों द्वारा पुस्तकालय का इस्तेमाल आदि मानकों पर मूल्यांकन किया जाएगा। कोरोना के कारण स्कूलों के बंद होने के कारण इस बार शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति को नहीं जोड़ा गया है। इसी मूल्यांकन के आधार पर तरक्की और वेतन वृद्धि होगी। इस तरह के मूल्यांकन का असर समय पर विद्यालय न आने, पढ़ाने में रुचि न लेने तथा डिजिटल प्लेटफार्म से दूरी आदि का भी असर पड़ेगा। अध्यापक के पढ़ाए विषय में छात्रों की ग्रेडिंग पर भी 20 से शून्य तक अंक मिलेंगे शिक्षकों की वार्षिक गोपनीय आख्या इस बार ऑनलाइन भरी जाएगी। उसी आधार पर आख्या दर्ज होगी। कार्रवाई पूरी करने और शिक्षकों को जानकारी देने के लिए निर्देश दिए गए हैं। पूरी पारदर्शिता के साथ कार्रवाई की जाएगी।

-अंबरीष कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी, आजमगढ़।