बदलाव: पॉलीटेक्निक संस्थानों में अब शिक्षकों की सीधी भर्ती नहीं, देनी होगी लिखित परीक्षा

 प्रदेश के पॉलीटेक्निक संस्थानों में अब सीधी भर्ती नहीं होगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की ओर से भर्ती के लिए जारी नए विज्ञापन में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा देनी होगी और परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में शामिल किया जाएगा। इसके लिए आयोग ने उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा (अध्यापन) सेवा परीक्षा, 2021 की तिथि भी जारी कर दी है जो, 12 दिसंबर को प्रस्तावित है। पुराना विज्ञापन निरस्त होने से ओवरएज अभ्यर्थियों को भी झटका लगा है। 




आयोग ने वर्ष 2017-18 में पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रवक्ता एवं प्रधानाचार्य के 1261 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। इनमें प्रधानाचार्य के 13 और प्रवक्ता के 25 प्रकार के 1248 पद शामिल थे। ऑल इंडिया कौंसिल टेक्निकल एजूकेशन (एआईसीटीई) की ओर से नियमावली में संशोधन किए जाने के कारण आयोग ने गत सात सितंबर को पुराना विज्ञापन निरस्त कर दिया था। पुराने विज्ञापन के तहत प्रधानाचार्य एवं प्रवक्ता के पदों पर सीधे इंटरव्यू के माध्यम से भर्ती होनी थी।
आयोग की ओर से 15 सितंबर को जारी विज्ञापन में यह स्पष्ट कर दिया गया कि इस बार अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा देनी होगी। नए विज्ञापन में परीक्षा योजना के बारे में भी जानकारी दी गई है। ऐसे में जिन अभ्यर्थियों ने वर्ष 2017-18 के विज्ञापन के तहत सीधी भर्ती के लिए आवेदन किए थे, उन्हें इस बार भर्ती में शामिल होने पर लिखित परीक्षा भी देनी होगी और इसके बाद इंटरव्यू होगा। 

नए विज्ञापन के तहत प्रवक्ता के 1254 एवं प्रधानाचार्य के 13 पदों पर भर्ती होनी जा रही है। पुराने विज्ञापन में प्रवक्ता के 25 प्रकार के पदों पर भर्ती होनी थी, लेकिन इस बार 28 प्रकार के पद हैं। ऐसे में प्रवक्ता भर्ती में तीन विषय बढ़ गए हैं। इस बार कर्मशाला अधीक्षक के 16 और पुस्तकालयाध्यक्ष के 87 पदों को भी भर्ती में शामिल किया गया है। आयोग की ओर से जारी नए विज्ञापन ने ओवरएज अभ्यर्थियों को झटका दे दिया है।

प्रधानाचार्य पद के लिए न्यूनतम आयु सीमा 35 वर्ष एवं अधिकतम आयु सीमा 50 वर्ष और प्रवक्ता, कर्मशाला अधीक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष पद के लिए न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष एवं अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष निर्धारित की गई है। आयु की गणना एक जनवरी 2021 को आधार मानकर की गई है। ऐसे में ओवरएज होने के करीब रहे जिन अभ्यर्थियों ने पिछले विज्ञापन के तहत आवेदन किए थे, अब वे नई भर्ती के लिए अनर्ह हो गए हैं।