बुलंदशहर, परिषदीय स्कूलों में शिक्षक भर्ती की उम्मीद को अफसर झटका दे रहे हैं। प्रदेश के 12 जिलों ने केवल शिक्षक एवं छात्र अनुपात का डाटा बेसिक शिक्षा सचिव को भेजा है। जिले से भी कोई डाटा अभी तक नहीं भेजा गया है। बीईओ द्वारा बीएसए को रिपोर्ट नहीं देने के कारण ऐसा हुआ है। लापरवाही पर बीएसए को शासन से फटकार लगी तो अब आनन-फानन में डाटा तैयार कर उसे शासन में भेजा जा रहा है।
बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में शासन से शिक्षक भर्ती को लेकर अंदरखाने तैयारी चल रही हैं। शासन पहले स्कूलों में छात्र एवं शिक्षकों का अनुपात देखेगा और इसके बाद बीच का औसत निकालकर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को शुरू कर सकता है। गत दिनों बेसिक शिक्षा सचिव ने बीएसए को आदेश देकर कक्षावार शिक्षक एवं छात्र संख्या के अनुपात का डाटा मांगा था। प्रदेश के 12 जिलों ने तो सचिव को रिपोर्ट भेज दी, मगर जिले से कोई भी जानकारी नहीं भेजी गई, जिस पर अब वहां से बीएसए को कड़ी फटकार लगाई है। रिपोर्ट क्यों नहीं भेजी गई इसका कारण भी बीएसए से पूछा गया है। फटकार के बाद अब आनन-फानन में विभाग द्वारा शिक्षक एवं छात्र संख्या के अनुपात का डाटा तैयार किया जा रहा है। बताया गया कि नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के लगभग सभी ब्लॉकों से रिपोर्ट भेजी जा रही है। बताया गया कि बीईओ को कई बार लिखा गया था मगर उनके द्वारा बडे़ स्तर पर लापरवाही बरती गई। बीएसए ने भी बीईओ को सख्त चेतावनी दी तो उन्होंने भी अब जानकारी भेजी है। शुक्रवार देर रात तक कर्मचारी डाटा बनाने में लगे रहे थे।
शासन से जो डाटा मांगा गया था उसे भेजा जा रहा है। बीईओ द्वारा जानकारी देने में देरी की थी। सभी ब्लॉकों से डाटा लगभग आ गया है। शासन को सूचना भेजी जा रही है। डाटा बनाने पर कार्य चल रहा है जिसे जल्द भेज दिया जाएगा।
-अखंड प्रताप सिंह, बीएसए