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दावा 11 फरवरी से पहले लीक हुआ पेपर

 प्रयागराज। समीक्षा अधिकारी/ सहायक समीक्षा अधिकारी 2023 की प्रारंभिक परीक्षा में 11 फरवरी से पहले ही पेपर लीक का दावा किया गया है। कुछ छात्रों ने हलफनामे के साथ पेपर लीक के साक्ष्य दिए हैं। शासन को भेजे प्रत्यावेदन में छात्रों का कहना है कि सामान्य हिन्दी का जो सेट-सी प्रश्नपत्र वायरल हुआ है उसमें हर पेज पर प्रश्नों को दो कॉलम में सेट किया गया है।



जबकि मूल प्रश्नपत्र में प्रश्नों को पूरे पेज पर सेट किया गया है, इसमें दो कॉलम नहीं हैं। प्रत्येक पृष्ठ के मध्य में ऊपर से नीचे चार बार क्वेश्चन बुकलेट नंबर लिखा गया है ताकि प्रश्नों को कॉपी न किया जा सके।


नीचे एक लाइन खींची हुई है तथा उसके नीचे बांयी तरफ सी-02 लिखा हुआ है और दाहिने तरफ एक बार कोड छपा है। वायरल पेपर के किसी भी पेज पर ऐसा कुछ भी नहीं लिखा है। अब या तो इसे क्रॉप करके हटा दिया गया है या फिर केवल प्रश्नों को ही टाइप किया गया है। मूल सी-सीरीज का पेपर हिन्दी ट्रेडिशनल फांट से टाइप किया गया है जबकि वायरल पेपर हिन्दी गूगल इनपुट टूल्स से टाइप है। मूल पेपर को फोटोस्टेट, स्कैन, वॉयस टाइपिंग, गूगल लेन्स से कॉपी करने के बजाय टाइप किया गया है ताकि ये पता न चल सके कि पेपर किस सेंटर से लीक हुआ है क्योंकि चारों सीरीज के हर पृष्ठ पर क्वेश्चन बुकलेट नंबर लिखा है, जिससे आसानी से पता चल जाता है कि वो पेपर जिले के किस केंद्र का है।


छात्रों ने आशंका जताई है कि या तो वायरल पेपर को परीक्षा केन्द्र पर वहां के प्रबंधन ने निकलवाकर और टाइप करवाकर लीक किया है ताकि किसी को उनके विद्यालय का नाम न पता चल पाए। या फिर ये पेपर बहुत पहले ही पेपर छापने वाली संस्था अथवा आयोग के गोपनीय विभाग से ही प्रायोजित तरीके से लीक किया गया है। अब ये संगठित अपराध किस स्तर पर किया गया है, ये जांच का विषय है। छात्रों का दावा है कि पेपर शत-प्रतिशत लीक हुआ है। इस बात की भी पूरी संभावना है कि पेपर परीक्षा की तिथि अर्थात 11 फरवरी से पूर्व लीक हुआ है क्योंकि आयोग की ओर से किसी भी परीक्षा केन्द्र पर सील बंद पेपर को परीक्षा शुरू होने से अधिकतम 90 मिनट पूर्व ही उपलब्ध करवाया जाता है। ऐसे में इतने कम समय में पेपर निकालकर उसे टाइप करवाना तथा उसके सारे प्रश्नों का सही उत्तर टिक करना लगभग असंभव है। ़खास तौर से तब जब आयोग के पर्यवेक्षक उस परीक्षा केन्द्र पर मौजूद रहते हैं।


धरने पर डटे छात्र, मिलने पहुंचीं नेहा राठौर


----फोटो है----


प्रयागराज। आरओ/एआरओ परीक्षा निरस्त कराने की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्र बुधवार को पत्थर गिरजाघर स्थित धरना स्थल पर डटे रहे। हाथों में तख्तियां लिए छात्र-छात्राएं दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे थे। इस बीच चर्चित लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने शाम को छात्रों से मुलाकात की। नेहा ने मुलाकात को फेसबुक पर लाइव किया और अपनी टाइमलाइन पर लिखा कि पेपर आउट होने पर अगर सिपाही भर्ती का एग्जाम रद्द हो सकता है तो आरओ/एआरओ का क्यों नहीं। धरना स्थल के आसपास पूरे दिन भारी फोर्स तैनात रही। लोक सेवा आयोग परिसर के आसपास भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे।

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