यूपी बोर्ड से जुड़े 27 हजार से अधिक स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 लागू करने के लिए स्कूल स्तर पर योजना बनाई जाएगी। शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए 12 अप्रैल को जारी एकेडमिक कैलेंडर में सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने निर्देश दिया है कि एनईपी 2020 के विषय में विद्यालयों में कार्यशाला का आयोजन किया जाए।
साथ ही प्रत्येक विद्यालय में एनईपी के क्रियान्वयन के संबंध में स्कूल प्लान विकसित किया जाए जिसमें स्कूल स्तर पर आयोजित की जाने वाली गतिविधियों को सम्मिलित किया जाए। यह पहला मौका है जब एकेडमिक कैलेंडर में एनईपी के क्रियान्वयन की बात कही गई है।
एनईपी को लागू करने में स्कूलों की अहम भूमिका होने जा रही है। नीति में स्कूल परिसर (क्लस्टर) की अवधारणा है जिसमें साधन संपन्न एक माध्यमिक विद्यालय अपने पांच से दस किलोमीटर दायरे में आंगनबाड़ी केंद्रों सहित अपने पड़ोस में निचले ग्रेड की पेशकश करने वाले अन्य सभी विद्यालय का नेतृत्व करेगा।
यह सुझाव 1964-66 में शिक्षा आयोग ने दिया था लेकिन लागू नहीं किया गया था। इस स्कूल परिसर (क्लस्टर) का उद्देश्य अधिक संसाधन दक्षता और क्लस्टर में स्कूलों के अधिक प्रभावी कामकाज, समन्वय, नेतृत्व, शासन और प्रबंधन करना है। स्कूल कॉप्लेक्स/क्लस्टर व्यवस्था से विद्यार्थियों का गवर्नेंस भी सुधरेगा और अधिक कुशल बनेंगे।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 चरणबद्ध तरीके से स्कूलों में लागू हो रही है। इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए स्कूलों को प्लान बनाने के निर्देश दिए गए हैं। दिब्यकांत शुक्ल, सचिव यूपी बोर्ड