69000 Teacher Recruitment Case: उत्तर प्रदेश में 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने 9 सितंबर तक अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है। यह फैसला उन्होंने यूपी सरकार के कुछ नेताओं से वार्ता के आश्वासन के बाद लिया है। अभ्यर्थी पिछले पांच दिन से लगातार OBC नेताओं के घर का घेराव कर रहे है। आज अभ्यर्थियों ने कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के आवास का घेराव करना था, लेकिन इसे टाल दिया गया है। आज कुछ अभ्यर्थी सीएम योगी से भी मुलाकात करने वाले है।
अभ्यर्थियों ने सरकार पर लगाए ये आरोप
बता दें कि अभ्यर्थियों लगातार योगी सरकार के मंत्रियों के आवास का घेराव
कर रहे है। शुक्रवार को अभ्यर्थियों ने डॉ. संजय निषाद के आवास के सामने
प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। अभ्यर्थियों ने सरकार पर भर्ती में आरक्षण
का घोटाला करने का आरोप लगाया है और पिछड़े वर्ग और अनुसूचित जाति के
अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की मांग की है। इससे पहले 5 सितंबर को ओम
प्रकाश राजभर, 4 सितंबर को भूपेंद्र चौधरी, 3 सितंबर को अनुप्रिया पटेल और 2
सितंबर को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आवास का घेराव हुआ था। आज
अभ्यर्थी कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के आवास का घेराव करने वाले थे,
लेकिन इस फैसले को टाल दिया गया है।
कोर्ट के जजमेंट इंतजार कर रहे है अभ्यर्थी
69000 शिक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी सेवा
सुरक्षा आदि को लेकर रिट दायर की थी। रवि सक्सेना आदि की इस रिट पर 9
सितंबर को चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ सुनवाई करेगी।
अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थी विनय पांडेय ने बताया कि इस मामले में कई रिट
हुई हैं। उम्मीद है कि सभी पर एक साथ 9 सितंबर को सुनवाई होगी। इसमें एक ही
भर्ती में कई बार आरक्षण का मुद्दा प्रमुखता से उठाया जाएगा। अभ्यर्थियों
ने 9 सितंबर तक अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है और कोर्ट के जजमेंट इंतजार
कर रहे है।
महिला प्रदर्शनकारियों ने लगाया आरोप
आंदोलन में शामिल महिला प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्हें राजधानी लखनऊ
में घसीटा जा रहा, कपड़े फाड़े जा रहे। उनका कहना है कि क्या हम इसलिए
पढ़कर आए थे, कि राजधानी में हमें घसीटा जाए। हमारे कपड़े फाड़े जाएं। जिस
इलाके से हम लोग आते हैं, वहां पर आज भी लड़कियों को हाईस्कूल और इंटर के
बाद पढ़ाई नहीं कराई जाती है। ऐसे में अगर हम लोग पढ़कर आगे बढ़ती हैं, तो
तमाम लड़कियां आगे आएंगी।