धत्त तेरे की , पगला गए हैं सरकारी दामाद !!!
मुद्दा उठाया है कि ७२८२५ वालों ने बीआरसी पर ट्रेनिंग की है जबकि ट्रेनिंग diet पर होती है , इन मूर्खों से पूछो कि ट्रेनिंग कराने वाली सरकारी संस्था के आदेश पर अर्थात सरकार के कहने पर हुई है जिसमे diet पर शिक्षा मित्र और बीटीसी वाले होने की वजह से बीआरसी पर भेज था इसमें एनसीटीई का क्या रोल है ?
मुद्दा उठाया है कि ७२८२५ वालों ने बीआरसी पर ट्रेनिंग की है जबकि ट्रेनिंग diet पर होती है , इन मूर्खों से पूछो कि ट्रेनिंग कराने वाली सरकारी संस्था के आदेश पर अर्थात सरकार के कहने पर हुई है जिसमे diet पर शिक्षा मित्र और बीटीसी वाले होने की वजह से बीआरसी पर भेज था इसमें एनसीटीई का क्या रोल है ?