प्रतापगढ़ : जिले में प्राथमिक शिक्षक 2011 चयन प्रक्रिया में नियुक्त 27
फर्जी शिक्षकों का मामला अफसरों के गले की फांस बन गया है। डायट प्राचार्य
बीएसए से कार्रवाई करने को कह रहे हैं तो बीएसए डायट प्राचार्य से।
देखा जाय तो प्रशिक्षु चयन 2011 के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण की काउंसिलिंग के उपरांत अर्ह अभ्यर्थियों की जनपद स्तरीय चयन समिति द्वारा अनुमोदित सूची पर टीईटी संघर्ष समिति द्वारा फर्जीवाड़ा की शिकायत की गई।
जिलाधिकारी से शिकायत के बाद बीएसए एसटी हुसैन ने तीन सदस्यीय समिति गठित कर जांच के निर्देश दिए गए। जांच कमेटी को 20 फरवरी तक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया था। शुक्रवार को जांच कमेटी द्वारा दी गई रिपोर्ट में कहा गया कि टीईटी की सूची एवं डायट द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची में 27 शिक्षकों की भिन्नता मिली है। इस पर बीएसए ने मामले से जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान डायट के प्राचार्य को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा। उधर डायट प्राचार्य ने 16 फरवरी को बीएसए को पत्र लिख कर कहा कि चूंकि वे चयन समिति के सचिव हैं अत: प्रशिक्ष़ुओं का अभ्यर्थन निरस्त करने का अधिकार उन्हीं का है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद के निदेशक द्वारा उच्चतम न्यायालय के आदेश के क्रम में निर्देशित किया था कि शासनादेश के अनुसार बीएसए प्रशिक्षुओं के नियुक्ति प्राधिकारी हैं। प्रशिक्षु अध्यापकों को नियुक्ति पत्र देते समय उनके मूल अभिलेख भी बीएसए कार्यालय में जमा होंगे। यदि किसी अभ्यर्थी द्वारा आवेदन के समय फर्जी अंक पत्र के आधार पर आवेदन किया गया एवं काउंसिलिंग के समय संगत अभिलेख प्रस्तुत नहीं किए गए तो उस यह जांचा जाना संभव नहीं था कि उनके अभिलेख सत्य है अथवा नहीं। क्यों कि उस समय प्रशिक्षु शिक्षकों का परीक्षाफल से संबंधित डाटा वेबसाइट पर अपलोड नहीं था।
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यदि नियुक्ति के बाद प्रशिक्षुओं के अभिलेख फर्जी मिले हैं तो बीएसए को उनके खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें अवगत कराना चाहिए।
सुनील दत्त, डायट प्राचार्य,प्रतापगढ़
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जांच के उपरांत कार्रवाई के लिए डायट प्राचार्य को पत्र लिखा गया है। चूंकि आवेदन वहीं किया गया था। वहीं की सूची के आधार पर नियुक्ति पत्र निर्गत किया गया था।
एसटी हुसैन, बीएसए प्रतापगढ़
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe
देखा जाय तो प्रशिक्षु चयन 2011 के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण की काउंसिलिंग के उपरांत अर्ह अभ्यर्थियों की जनपद स्तरीय चयन समिति द्वारा अनुमोदित सूची पर टीईटी संघर्ष समिति द्वारा फर्जीवाड़ा की शिकायत की गई।
जिलाधिकारी से शिकायत के बाद बीएसए एसटी हुसैन ने तीन सदस्यीय समिति गठित कर जांच के निर्देश दिए गए। जांच कमेटी को 20 फरवरी तक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया था। शुक्रवार को जांच कमेटी द्वारा दी गई रिपोर्ट में कहा गया कि टीईटी की सूची एवं डायट द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची में 27 शिक्षकों की भिन्नता मिली है। इस पर बीएसए ने मामले से जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान डायट के प्राचार्य को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा। उधर डायट प्राचार्य ने 16 फरवरी को बीएसए को पत्र लिख कर कहा कि चूंकि वे चयन समिति के सचिव हैं अत: प्रशिक्ष़ुओं का अभ्यर्थन निरस्त करने का अधिकार उन्हीं का है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद के निदेशक द्वारा उच्चतम न्यायालय के आदेश के क्रम में निर्देशित किया था कि शासनादेश के अनुसार बीएसए प्रशिक्षुओं के नियुक्ति प्राधिकारी हैं। प्रशिक्षु अध्यापकों को नियुक्ति पत्र देते समय उनके मूल अभिलेख भी बीएसए कार्यालय में जमा होंगे। यदि किसी अभ्यर्थी द्वारा आवेदन के समय फर्जी अंक पत्र के आधार पर आवेदन किया गया एवं काउंसिलिंग के समय संगत अभिलेख प्रस्तुत नहीं किए गए तो उस यह जांचा जाना संभव नहीं था कि उनके अभिलेख सत्य है अथवा नहीं। क्यों कि उस समय प्रशिक्षु शिक्षकों का परीक्षाफल से संबंधित डाटा वेबसाइट पर अपलोड नहीं था।
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यदि नियुक्ति के बाद प्रशिक्षुओं के अभिलेख फर्जी मिले हैं तो बीएसए को उनके खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें अवगत कराना चाहिए।
सुनील दत्त, डायट प्राचार्य,प्रतापगढ़
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जांच के उपरांत कार्रवाई के लिए डायट प्राचार्य को पत्र लिखा गया है। चूंकि आवेदन वहीं किया गया था। वहीं की सूची के आधार पर नियुक्ति पत्र निर्गत किया गया था।
एसटी हुसैन, बीएसए प्रतापगढ़
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