अंतिम फैसला निश्चित रूप से हमारे पक्ष में : मयंक तिवारी , बीएड/टेट उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा

दोस्तों हमेशा से कहता आया हूँ अंतिम फैसला निश्चित रूप से हमारे पक्ष में होगा और अगली सुनवाई पर सिर्फ हमारे केस के होने से व् पिछली कई तारिख से किसी नए अंतरिम आदेश को ना देने से ऐसा स्पस्ट रूप से समझा जा सकता है कि कोर्ट चाहती है
कि वो जो भी अंतिम फैसला दे वो तत्काल प्रभाव से लागू हो और ऐसा तभी संभव है जब वर्तमान सपा सरकार अस्तित्व विहीन हो।
अन्यथा आदेश का पालन तो होगा किन्तु गलत तरीके से या तोड़ मरोड़ के या समय बर्बाद करके।
दोस्तों, आज सुनवाई के दैरान शिक्षामित्र केस की बात भी उठी तो मिश्रा जी ने स्पस्ट शब्दों में कहा कि दोनों केस एक दूसरे से जुड़े हुए है। अगली सुनवाई पर उस केस को भी मुख्य केस से जोड़ दिया है। आज हुई सुनवाई का नकारात्मक पक्ष सिर्फ यही है कि हमें यह तारिख दर तारिख के इंतज़ार जैसी लम्बी सजा मिलती है किंतु सकारात्मक पक्ष यह है कि "कोर्ट ने आज स्पस्ट शब्दों में कहा कि अभी तक के सभी अंतरिम आदेशों का पालन सरकार करे। टेट की वैलिडिटी अंतिम आदेश तक बरकरार रहेगी। और अगली सुनवाई पर पूरा दिन सिर्फ हमारे केस ही होगा लिस्ट में सुना जायेगा।"
फिलहाल सिर्फ इतना ही कहूँगा कि "अंतिम आदेश में शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक पद से बाहर होंगे और हम बीएड/टेट पास हमेशा के लिए पदासीन।"
इन्ही शुभ कामनाओं के साथ
आपका मयंक तिवारी
बीएड/टेट उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा
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