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स्थानांतरण से सुधर जाएगी शिक्षा की गुणवत्ता और विद्यालयों की स्थिति, शिक्षक संघ के प्रमुखों ने भी बताईं अपनी अपनी समस्याएं और उन्हें दूर करने के लिए विस्तार से उपाय भी सुझाए

बदायूं : शहरी परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक-शिक्षिकाओं का स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश मिलने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैयारी शुरू हो गई है। शासन के फैसले के बाद शिक्षक-शिक्षिकाएं ही नहीं विभागीय जिम्मेदार भी खुश हैं।
पिछले छह वर्षों से शहरी विद्यालयों में स्थानांतरण प्रक्रिया बंद थी और तकरीबन सभी विद्यालय शिक्षकों की कमी से जूझ रहे थे। आलम यह था कि नगर क्षेत्र के 54 विद्यालयों में 57 शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यरत हैं और 4483 छात्र-छात्रएं पंजीकृत हैं। अनुपात बढ़ाने के लिए 106 शिक्षकों की आवश्यकता है। निर्धारित प्रारूप पर 15 जनवरी तक आवेदन किए जाएंगे।1प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तमाम भर्तियां होने के बाद भी छात्र-शिक्षक अनुपात नहीं सुधरा। कुछ विद्यालयों को एकल संचालित किया गया तो कुछ में पढ़ाई चौपट हुई। एकल विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाएं अन्य विभागीय कामों की वजह से शिक्षण कार्य नहीं कर पाते थे। आलम यह है कि इन विद्यालयों में बीटीसी प्रशिक्षुओं की तैनाती कर शिक्षण कार्य कराया गया। तो व्यवस्था सुधारने को नियम विरुद्ध शिक्षकों को अटैच किया गया। कई बार व्यवस्थाएं सुधारने की शिकायतों के बाद भी विभाग शिक्षण कार्य व्यवस्थित करने में असमर्थ था। 1शासन से निकायों के विद्यालयों में स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश के बाद बांछें खिली हैं।ग्रामीण से शहर आने पर बनेंगे जूनियर1प्रक्रिया के अंतर्गत ग्रामीण विद्यालयों से आने वाले शिक्षक-शिक्षिकाएं शहर के विद्यालय में तैनाती लेने पर जूनियर बन जाएंगे। शासनादेश में कहा गया है कि शिक्षकों के कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से कनिष्ठ माने जाएंगे, वरिष्ठता सूची में उनका नाम उनके योगदान व जन्मतिथि के आधार पर जोड़े जाएंगे।1नगर के परिषदीय विद्यालयों में स्थानांतरण की नीति आने से शिक्षक-शिक्षिकाएं ही नहीं विभागीय जिम्मेदार भी खुश हैं। स्थिति से भली-भांति परिचित होने के बाद भी कुछ नहीं कर पा रहे थे।1- रावेंद्र सिंह यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदर्श वेलफेयर समायोजित शिक्षक संघ1ग्रामीण क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में तो स्थिति तकरीबन सही है, शहर के विद्यालयों में शिक्षण कार्य न हो पाने की शिकायतें आ रही थीं, जिम्मेदार अब कुछ न कर पाने की बात नहीं कर सकेंगे।1असरार अहमद जिला मंत्री, जूनियर शिक्षक संघछात्र-शिक्षक अनुपात सुधारने के लिए बहुत अच्छा फैसला है। परिषदीय कार्यालय से ही स्थानांतरण होगा। शिक्षक-शिक्षिकाओं का लोड भी कम होगा। कामों को बांटने के साथ-साथ शिक्षण कार्य भी मन लगाकर कर सकेंगे।1- चक्रेश कुमार, जिलाध्यक्ष1शहरी विद्यालयों में स्थानांतरण प्रक्रिया संबंधी निर्देश प्राप्त हो गया है। नगर शिक्षा अधिकारी रिक्त पदों की सूचना मांगी गई है। सूचना एकत्र करने के बाद शासन को भेजी जाएगी और अग्रिम होगी।1- प्रेमचंद यादव, बीएसए1शहरी के परिषदीय विद्यालयों की स्थिति बहुत ही बदतर है। शिक्षक-शिक्षिकाओं की कमी की वजह से शिक्षण कार्य सही प्रकार से नहीं हो पा रहा है। जिन विद्यालयों में शिक्षक हैं वह विभागीय कार्यों में व्यस्त हैं।1चंद्रकेश यादव, उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ1नगर क्षेत्र>>विद्यालयों की संख्या>>छात्र-छात्रओं की संख्या>>कार्यरत शिक्षक>> रिक्त

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