देवरिया के बैतालपुर विकास खंड के रुच्चापार के प्रधानाध्यापक के निलंबन के विरोध में शुक्रवार को पूरा गांव बीएसए कार्यालय पर उमड़ पड़ा। गांव वालों ने शिक्षक का निलंबन समाप्त कर वापस प्राथमिक विद्यालय रुच्चापार में तैनात करने की मांग की है।
प्रधान प्रतिनिधि मुन्ना यादव समेत करीब चार दर्जन लोग शुक्रवार को करीब 11 बजे बीएसए कार्यालय पर आ धमके। वे लोग प्रधानाध्यापक नित्यानंद चौबे के खिलाफ विद्यालय की शिक्षिका प्रभा देवी द्वारा लगाए गए आरोप को बेबुनियाद बताते हुए निलंबन वापस करने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों ने शिक्षिका प्रभा देवी पर विद्यालय का वातावरण दूषित करने का आरोप लगाते हुए उनके स्थानांतरण की मांग की। ग्रामीणों का कहना था कि शिक्षिका दिन भर कान में लीड लगाकर गाना सुनती हैं। बच्चों को पढ़ाने में ध्यान नहीं देती हैं। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि प्रधानाध्यापक के पदस्थापन से पहले विद्यालय में सिर्फ डेढ़ दर्जन छात्र थे। प्रधानाध्यापक के प्रयासों से अब संख्या 140 है। अभिभावक वासमति ने कहा कि मास्टर साहब के आने के बाद हम लोगों ने प्राइवेट स्कूल से नाम कटवाकर प्राथमिक विद्यालय में नाम लिखाया। साथ में आईं जगरानी ने कहा कि गुरुजी के जाने के बाद बच्चों को निजी स्कूल में दाखिला करवा देंगे। प्रधान प्रतिनिधि मुन्ना यादव ने कहा प्रधानाध्यापक का निलंबन अनुचित है। स्कूल के बच्चे काफी निराश हैं और गुरुजी को वापस लाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक ने अपने पैसे से स्कूल में डेस्क बेंच बनवाया है। साथियों को नियमित व सही अध्यापक की सलाह देते हैं। प्रधानाध्यापक को 68वें गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी 2017 पर तत्कालीन डीएम अनिता श्रीवास्तव व बीएसए राजीव कुमार यादव ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कर चुके हैं।
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प्रधान प्रतिनिधि मुन्ना यादव समेत करीब चार दर्जन लोग शुक्रवार को करीब 11 बजे बीएसए कार्यालय पर आ धमके। वे लोग प्रधानाध्यापक नित्यानंद चौबे के खिलाफ विद्यालय की शिक्षिका प्रभा देवी द्वारा लगाए गए आरोप को बेबुनियाद बताते हुए निलंबन वापस करने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों ने शिक्षिका प्रभा देवी पर विद्यालय का वातावरण दूषित करने का आरोप लगाते हुए उनके स्थानांतरण की मांग की। ग्रामीणों का कहना था कि शिक्षिका दिन भर कान में लीड लगाकर गाना सुनती हैं। बच्चों को पढ़ाने में ध्यान नहीं देती हैं। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि प्रधानाध्यापक के पदस्थापन से पहले विद्यालय में सिर्फ डेढ़ दर्जन छात्र थे। प्रधानाध्यापक के प्रयासों से अब संख्या 140 है। अभिभावक वासमति ने कहा कि मास्टर साहब के आने के बाद हम लोगों ने प्राइवेट स्कूल से नाम कटवाकर प्राथमिक विद्यालय में नाम लिखाया। साथ में आईं जगरानी ने कहा कि गुरुजी के जाने के बाद बच्चों को निजी स्कूल में दाखिला करवा देंगे। प्रधान प्रतिनिधि मुन्ना यादव ने कहा प्रधानाध्यापक का निलंबन अनुचित है। स्कूल के बच्चे काफी निराश हैं और गुरुजी को वापस लाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक ने अपने पैसे से स्कूल में डेस्क बेंच बनवाया है। साथियों को नियमित व सही अध्यापक की सलाह देते हैं। प्रधानाध्यापक को 68वें गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी 2017 पर तत्कालीन डीएम अनिता श्रीवास्तव व बीएसए राजीव कुमार यादव ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कर चुके हैं।
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