*Ncte काउंटर के लिए रेजोइंडेर पॉइंट*
*बीटीसी समन्वय समिति*
*वाराणसी*
*1- उत्तराखंड टेट 2018 नोटिफिकेशन*
*2- देवानंद विश्वकर्मा की rti*
*3- विवेक शुक्ल की rti*
*4- ctet का नोटिफिकेशन 2018*
*5- काउंटर के जवाब का कोई ऑथेंटिक g.o. या नोटिफिकेशन ncte के पास न होना*
*6-प्रियंका चौधरी bed की rti जिसमे admision sep में हुआ और tet नवंबर में दिया था valid है*
*7- राज्य सरकार का काउंटर अपने favour में कराना*
*8- राजस्थान हाइकोर्ट आदेश*
*9- kvs में appearing ctet 18 में अप्लाई करने की मंजूरी*
*10- तमिलनाडु कोर्ट आर्डर टेट पहले कोर्स बाद में*
*11- पर्सुइंग शब्द की व्याख्या*
*12-ncte का काउंटर विरोधाभाषी है। जो इलहाबाद हाइकोर्ट के
आदेश को अककॉर्डिंग to law मान रही है और पेरसूंग की व्याख्या इलाहाबाद
हाइकोर्ट के आदेश से अलग दे रही है।*
*13-ncte ने 11 फ़रवरी 2011 की guideline में परीक्षा कराने
वाली संस्था को डिटेल नियम बनाने का अधिकार दे रखा है फिर पेरसूंग की
व्याख्या किसकी मानी जायेगी । ncte की या परीक्षा कराने वाली संस्था की*
*14-भाई ncte का काउंटर में कई चीज़े हमारे favour में नही
लिखी है,लेकिन जो चीज़े लिखी है वो न तो ncte के किसी guideline में पहले से
दियागया न ही नोटिफिकेशन में और न ही rte के जवाब में ,इसी को बेस बनाकर
अब इस काउंटर का जवाब लगाने की तयारी करनी होगी टॉप मोस्ट सीनियर के साथ।*
*15-Up Tet 2011 la sansodith vigyapan (4 October 2011).*
*16-Curriculum part of training is not mentioned in any notificationऑफ़ ncte या स्टेट gov as given इन काउंटर*
*17- पर्सुइंग और अपीरिंग में अंतर न रखना ncte के काउंटर में।*
*18- बीटीसी 2010 का curriculum सिर्फ 3 सेमेस्टर में कम्पलीट
हुआ और 4 थ सेमेस्टर सिर्फ ट्रेनिंग और प्रैक्टिकल था जो pnp लेवेल से न
कराकर अलग अलग डेट पे अलग अलग जिलो में अपने अनुसार करायी गयी बिना किसी
एकरूपता के*
*19-Agar ncte ka counter HC ke interpretation se coordinate
karta hai to uss hisaab se poori 72000 vbtc bharti invalid hai kyuki
unka selection tet par hua baad me vbtc karwayi gayi phir uske baad
maulik niyukti..... Clause 5(3) me ye kahi nahi kaha gaya hai ki Central
govt. Ye relaxation de sakti hai ki pahle tet karwao phir training
karwa sakte ho*
*20-*एक पॉइंट और की हमारे पास अन्य TET भी थे !!!*
*लेकिन कभी परसुइंग को स्पष्ठ नही किया गया ,पिछले 7 सालों में*
*लेकिन कभी परसुइंग को स्पष्ठ नही किया गया ,पिछले 7 सालों में*
*21* *नियुक्ति की कॉन्सेल्लिंग के वक़्त TET 2011 हम लोगों के
लिए वैध है या नहीं यह निर्णय जिला स्तरीय चयन कमेटी का बनता है।।और बिना
किसी के दिशा निर्देश के चयन कमेटी ने तो हमें चयनित किया नहीं होगा।।और अब
अगर ऐसी बात आती है तो जिम्मेदार तो जिला चयन कमेटी भी है।।फिर तो
तत्कालीन सभी जिला अधिकारियों पर भी कार्यवाही करनी चाहिए।।।*
*22-राजस्थान टेट2011 का नोटिफिकेशन जिसमे पर्सुइंग को allow किया गया*