इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों की 68500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित
परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन आरोपित शिक्षक नहीं कर
सकेंगे। उनके स्थान पर अन्य राजकीय शिक्षकों को जिम्मा सौंपने की तैयारी
है।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय कॉपियों के पुनमरूल्यांकन के लिए
इन दिनों ऑनलाइन आवेदन जरूर ले रहा है लेकिन, कॉपियों की जांच कब से शुरू
होगी और रिजल्ट कब आएगा यह घोषित नहीं है। 1शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा
की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में राजकीय कालेजों के शिक्षकों को लगाया
गया था। 27 मई की परीक्षा के बाद उत्तरकुंजी जारी करके आपत्तियां ली गईं,
फिर मूल्यांकन शुरू हुआ। अति लघु उत्तरीय प्रश्नों के जवाब जांचे गए।
अभ्यर्थियों ने परिणाम आने के बाद आरोप लगाया कि इसमें व्यापक गड़बड़ी हुई
है, क्योंकि कई अभ्यर्थियों को काटकर दोबारा लिखने व ओवर राइटिंग करने आदि
पर अंक दिए गए हैं, वहीं तमाम के ऐसा करने पर अंक नहीं दिया गया है। उच्च
स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट में करीब साढ़े तीन सौ कॉपियों का मूल्यांकन
सही नहीं माना गया है। इसमें करीब तीन दर्जन शिक्षकों को नोटिस देकर जवाब
तलब होना है। वाजिब जवाब न होने पर अगली कार्रवाई भी हो सकती है। अब
कॉपियों के पुनर्मूल्यांकन में इन शिक्षकों को नहीं लगाया जाएगा। मूल्यांकन
में खामी सामने आने पर कॉपियों की जिलों में स्क्रूटनी कराई जा रही है।
ऐसे में डायट के प्रवक्ता भी दोबारा मूल्यांकन से भाग रहे हैं। वैसे दोबारा
मूल्यांकन कब से शुरू होगा और रिजल्ट कब तक आएगा इसको लेकर तस्वीर अभी साफ
नहीं है। माना जा रहा है कि यूपी टीईटी और शिक्षक भर्ती के बाद ही यह
प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी ।
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