प्रयागराज, जेएनएन। शिक्षक बनने के दावेदारों ने पूरी
परीक्षा का ही मखौल उड़ा दिया है। लिखित परीक्षा की पारदर्शिता के लिए
उत्तर कुंजी पर आपत्तियां मांगने की उम्दा परंपरा में ये बात सामने आई है।
इम्तिहान में कुल 150 सवाल पूछे गए, उन प्रश्नों की उत्तर कुंजी पिछले
दिनों जारी करके आपत्तियां ली गईं, इसमें 142 प्रश्नों पर अभ्यर्थियों ने
आपत्तियां भेजी हैं।
केवल आठ प्रश्नों को अभ्यर्थियों ने पता नहीं क्यों बख्श दिया, अन्यथा सारे सवालों के जवाब संदिग्ध हो जाते। इस बीच परीक्षा रद कराने के लिए अभ्यर्थियों का आंदोलन जारी है।
प्रश्नों का उत्तर विकल्प संदिग्ध
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69 हजार सहायक अध्यापक चयन की लिखित परीक्षा छह जनवरी को हुई। प्रदेश के 800 केंद्रों पर परीक्षा देने चार लाख दस हजार से अधिक अभ्यर्थी पहुंचे। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने आठ जनवरी को सभी प्रश्नों की उत्तर कुंजी जारी करके आपत्तियां वेबसाइट पर मांगी गईं। शुक्रवार शाम छह बजे तक 33 हजार अभ्यर्थियों की आपत्तियां मिलीं। इसमें कई ऐसे अभ्यर्थी थे, जिन्होंने दो या फिर तीन बार उन्हीं प्रश्नों पर आपत्तियां भेजी। ऐसे में एक बार आपत्ति करने वालों की संख्या करीब 21 हजार सामने आई है। सबसे खास बात यह है कि अभ्यर्थियों ने 142 प्रश्नों पर आपत्तियां की हैं।
नौ प्रश्न सर्वाधिक आपत्ति वाले
परीक्षा संस्था के सूत्रों की मानें तो करीब नौ प्रश्न ऐसे हैं, जिन पर अधिकांश ने आपत्ति की है। परीक्षा संस्था अभ्यर्थियों की आपत्तियां देखकर अवाक रह गई, क्योंकि परीक्षा के बाद छिटपुट प्रश्नों के उत्तर विकल्प को छोड़कर किसी सवाल के जवाब पर कोई संशय नहीं था। इसे केवल आपत्ति के लिए आपत्तियां माना जा रहा है। परीक्षा संस्था अब इन आपत्तियों को विषय विशेषज्ञों को भेजकर उनका निस्तारण कराएगी और 19 जनवरी की शाम तक संशोधित उत्तर कुंजी जारी की जाएगी। इस बार गिने-चुने प्रश्नों के जवाब बदलने की ही उम्मीद है। उसी के आधार पर शिक्षक भर्ती का परिणाम तैयार होगा, जो 22 जनवरी को जारी होगा।
विषय विशेषज्ञ की राय होगी अंतिम
परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के जवाब पर शीर्ष और हाईकोर्ट कई बार स्पष्ट कर चुका है कि इसमें विषय विशेषज्ञ की राय अंतिम होगी। इसके बाद भी अभ्यर्थी अधूरी तैयारी के साथ आपत्तियां कर रहे हैं, इसीलिए कोर्ट में तमाम प्रश्नों के जवाब का प्रकरण जाने के बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिल रही है।
शिक्षक भर्ती परीक्षा निरस्त करने के लिए आंदोलन
परिषदीय स्कूलों की सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा निरस्त कराने को अड़े अभ्यर्थी कामयाब नहीं हो सके। शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा की उत्तर कुंजी इम्तिहान से पहले वायरल होने का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों का एक गुट परीक्षा निरस्त करने की मांग कर रहा है। गुरुवार को अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री से मिलने जाने का प्रयास किया तो प्रशासन ने उन्हें रोक लिया और आश्वस्त किया कि उनकी शुक्रवार को परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव से वार्ता कराएंगे। सिटी मजिस्ट्रेट ने सचिव को वार्ता के लिए मनाने का प्रयास किया लेकिन, उन्होंने स्पष्ट मना कर दिया। सूत्रों की मानें तो उनका कहना है कि जो कार्य हुआ ही नहीं है, उसे स्वीकार नहीं कर सकते। परीक्षा शांतिपूर्ण व नकलविहीन हुई है। तय समय पर रिजल्ट भी जारी करेंगे। हालांकि सिटी मजिस्ट्रेट ने अभ्यर्थियों को फिर आश्वस्त किया है कि उनकी जल्द वार्ता कराएंगे।
केवल आठ प्रश्नों को अभ्यर्थियों ने पता नहीं क्यों बख्श दिया, अन्यथा सारे सवालों के जवाब संदिग्ध हो जाते। इस बीच परीक्षा रद कराने के लिए अभ्यर्थियों का आंदोलन जारी है।
प्रश्नों का उत्तर विकल्प संदिग्ध
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69 हजार सहायक अध्यापक चयन की लिखित परीक्षा छह जनवरी को हुई। प्रदेश के 800 केंद्रों पर परीक्षा देने चार लाख दस हजार से अधिक अभ्यर्थी पहुंचे। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने आठ जनवरी को सभी प्रश्नों की उत्तर कुंजी जारी करके आपत्तियां वेबसाइट पर मांगी गईं। शुक्रवार शाम छह बजे तक 33 हजार अभ्यर्थियों की आपत्तियां मिलीं। इसमें कई ऐसे अभ्यर्थी थे, जिन्होंने दो या फिर तीन बार उन्हीं प्रश्नों पर आपत्तियां भेजी। ऐसे में एक बार आपत्ति करने वालों की संख्या करीब 21 हजार सामने आई है। सबसे खास बात यह है कि अभ्यर्थियों ने 142 प्रश्नों पर आपत्तियां की हैं।
नौ प्रश्न सर्वाधिक आपत्ति वाले
परीक्षा संस्था के सूत्रों की मानें तो करीब नौ प्रश्न ऐसे हैं, जिन पर अधिकांश ने आपत्ति की है। परीक्षा संस्था अभ्यर्थियों की आपत्तियां देखकर अवाक रह गई, क्योंकि परीक्षा के बाद छिटपुट प्रश्नों के उत्तर विकल्प को छोड़कर किसी सवाल के जवाब पर कोई संशय नहीं था। इसे केवल आपत्ति के लिए आपत्तियां माना जा रहा है। परीक्षा संस्था अब इन आपत्तियों को विषय विशेषज्ञों को भेजकर उनका निस्तारण कराएगी और 19 जनवरी की शाम तक संशोधित उत्तर कुंजी जारी की जाएगी। इस बार गिने-चुने प्रश्नों के जवाब बदलने की ही उम्मीद है। उसी के आधार पर शिक्षक भर्ती का परिणाम तैयार होगा, जो 22 जनवरी को जारी होगा।
विषय विशेषज्ञ की राय होगी अंतिम
परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के जवाब पर शीर्ष और हाईकोर्ट कई बार स्पष्ट कर चुका है कि इसमें विषय विशेषज्ञ की राय अंतिम होगी। इसके बाद भी अभ्यर्थी अधूरी तैयारी के साथ आपत्तियां कर रहे हैं, इसीलिए कोर्ट में तमाम प्रश्नों के जवाब का प्रकरण जाने के बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिल रही है।
शिक्षक भर्ती परीक्षा निरस्त करने के लिए आंदोलन
परिषदीय स्कूलों की सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा निरस्त कराने को अड़े अभ्यर्थी कामयाब नहीं हो सके। शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा की उत्तर कुंजी इम्तिहान से पहले वायरल होने का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों का एक गुट परीक्षा निरस्त करने की मांग कर रहा है। गुरुवार को अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री से मिलने जाने का प्रयास किया तो प्रशासन ने उन्हें रोक लिया और आश्वस्त किया कि उनकी शुक्रवार को परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव से वार्ता कराएंगे। सिटी मजिस्ट्रेट ने सचिव को वार्ता के लिए मनाने का प्रयास किया लेकिन, उन्होंने स्पष्ट मना कर दिया। सूत्रों की मानें तो उनका कहना है कि जो कार्य हुआ ही नहीं है, उसे स्वीकार नहीं कर सकते। परीक्षा शांतिपूर्ण व नकलविहीन हुई है। तय समय पर रिजल्ट भी जारी करेंगे। हालांकि सिटी मजिस्ट्रेट ने अभ्यर्थियों को फिर आश्वस्त किया है कि उनकी जल्द वार्ता कराएंगे।