मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाने पर नाराज हुए शिक्षक भर्ती के प्रतियोगी, आंदोलन पांचवे दिन भी जारी

प्राथमिक विद्यालय के लिए हुए 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर लगातार पांचवे दिन गुरुवार को परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया।
परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में परीक्षार्थियों ने परीक्षा नियामक कार्यालय से जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च निकाला। शिक्षक भर्ती में शामिल परीक्षार्थियों ने अपनी बात रखने के लिए अधिकारियों से मुख्यमंत्री से मिलाने की मांग की। मुख्यमंत्री से मिलने का समय नहीं मिलने पर परीक्षार्थियों ने लक्ष्मी चौराहे से छात्रसंघ भवन तक जुलूस निकाला।  शिक्षक भर्ती परीक्षा निरस्त करने की मांग कर रहे आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि उनपर हमले हो रहे हैं।

सुनील मौर्या ने बताया कि आंदोलन में शामिल छात्रों पर सलोरी एवं तेलियरगंज में हमले हुए। छात्रों की मांग सुनने जिलाधिकारी सुहास एलवाई छात्रसंघ भवन पहुंचे। उन्होनें छात्रों को शुक्रवार को सचिव परीक्षा नियामक से उनकी बात कराने का आश्वासन दिया। परीक्षा निरस्त करने की मांग कर रहे छात्रों का कहना था कि जब तक परीक्षा निरस्त नहीं होती, उनका आंदोलन जारी रहेगा। शिक्षक भर्ती न्याय मोर्चा से जुड़े छात्रों ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।
 

आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार के दावे के बाद भी पेपर लीक करने वाला गिरोह पूरी तरह से सक्रिय रहा। 69 हजार शिक्षक भर्ती मोर्चा का कहना है कि जिलाधिकारी ने हमारी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाई है। प्रतियोगी छात्र अब शुक्रवार को परीक्षा नियामक कार्यालय पर दोबारा धरना प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में सुनील मौर्य, अनुराधा तिवारी, समरीन, कोमल, अलाउद्दीन, सुनील यादव, शैलेश पासवान, अनुराग शुक्ल सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे।