जागरण संवाददाता, मऊ : चार माह पहले जिले में 417 शिक्षकों को नियुक्ति
दी गई थी, लेकिन अभी तक किसी शिक्षक को वेतन नहीं मिला है।
विभाग की ओर से नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों के सत्यापन रिपोर्ट के आने का इंतजार किया जा रहा है, तो नवनियुक्त शिक्षक अन्य जिलों में वेतन भुगतान शुरू होने की बात कहकर वेतन जारी करने की मांग करने लगे हैं। नवनियुक्त शिक्षकों का कहना है कि चंदौली, उन्नाव, सुल्तानपुर, गोरखपुर, बाराबंकी, गोंडा, बदायूं, आजमगढ़ और बस्ती में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रमाण पत्रों की सत्यता के संदर्भ केवल एक हलफनामा लेकर वेतन जारी कर दिए हैं, जबकि मऊ जिले में ऐसा नहीं किया जा रहा है। इसके चलते वेतन को लेकर शिक्षकों की बेचैनी बढ़ी हुई है।
बीते आठ सितंबर को जिले में योगी सरकार की पहली शिक्षक भर्ती के तहत 417 शिक्षकों को जिले के विभिन्न प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति दी गई थी। नियुक्ति के बाद से ही नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया जा रहा है। विभाग की ओर से कहा जा रहा है कि जब तक सत्यापन रिपोर्ट नहीं आ जाती, नवनियुक्त शिक्षकों को वेतन जारी नहीं किया जाएगा। जबकि, पंकज ¨सह तोमर, मुकुंद राय, नितिन, ब्रिजेश, सुशील आदि छात्रों का कहना है कि अन्य जिलों में सत्यापन रिपोर्ट आने का इंतजार किए बिना शिक्षकों से सिर्फ एक हलफनामा लेकर वेतन आदेश जारी कर दिया गया है। नवनियुक्त शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल इन्हीं छात्रों के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा अधिकारी से मिलकर शीघ्र वेतन जारी करने की प्रार्थना कर चुका है।
वर्जन ..
सत्यापन की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। वेतन सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद ही जारी किया जाएगा। जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के प्रथम सप्ताह में कुछ लोगों का वेतन जारी हो सकता है। नई नियुक्त होने पर शुरुआती प्रतीक्षा तो करनी ही पड़ती है।
ओपी त्रिपाठी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, मऊ ।
विभाग की ओर से नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों के सत्यापन रिपोर्ट के आने का इंतजार किया जा रहा है, तो नवनियुक्त शिक्षक अन्य जिलों में वेतन भुगतान शुरू होने की बात कहकर वेतन जारी करने की मांग करने लगे हैं। नवनियुक्त शिक्षकों का कहना है कि चंदौली, उन्नाव, सुल्तानपुर, गोरखपुर, बाराबंकी, गोंडा, बदायूं, आजमगढ़ और बस्ती में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रमाण पत्रों की सत्यता के संदर्भ केवल एक हलफनामा लेकर वेतन जारी कर दिए हैं, जबकि मऊ जिले में ऐसा नहीं किया जा रहा है। इसके चलते वेतन को लेकर शिक्षकों की बेचैनी बढ़ी हुई है।
बीते आठ सितंबर को जिले में योगी सरकार की पहली शिक्षक भर्ती के तहत 417 शिक्षकों को जिले के विभिन्न प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति दी गई थी। नियुक्ति के बाद से ही नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया जा रहा है। विभाग की ओर से कहा जा रहा है कि जब तक सत्यापन रिपोर्ट नहीं आ जाती, नवनियुक्त शिक्षकों को वेतन जारी नहीं किया जाएगा। जबकि, पंकज ¨सह तोमर, मुकुंद राय, नितिन, ब्रिजेश, सुशील आदि छात्रों का कहना है कि अन्य जिलों में सत्यापन रिपोर्ट आने का इंतजार किए बिना शिक्षकों से सिर्फ एक हलफनामा लेकर वेतन आदेश जारी कर दिया गया है। नवनियुक्त शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल इन्हीं छात्रों के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा अधिकारी से मिलकर शीघ्र वेतन जारी करने की प्रार्थना कर चुका है।
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सत्यापन की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। वेतन सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद ही जारी किया जाएगा। जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के प्रथम सप्ताह में कुछ लोगों का वेतन जारी हो सकता है। नई नियुक्त होने पर शुरुआती प्रतीक्षा तो करनी ही पड़ती है।
ओपी त्रिपाठी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, मऊ ।