शिक्षामित्रों को बाहर करने के लिए लगाया कट ऑफ

मुजफ्फरनगर। प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा के बाद कट ऑफ जारी करने को लेकर शिक्षामित्र विरोध में उतर आए हैं। सरकार पर नियम विरुद्ध ज्यादा कट ऑफ लगाने का आरोप लगाते हुए इसका खामियाजा 2019 के चुनाव में भुगतने की चेतावनी दी गई।

आदर्श समायोजित शिक्षक (शिक्षामित्र) वेलफेयर एसोसिएशन की स्वामी कल्याणदेव शिक्षक भवन महावीर चौक पर हुई बैठक में शिक्षक भर्ती में कट ऑफ जारी करने का विरोध किया। जिलाध्यक्ष मुजीबुर्रहमान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बीटीसी और टीईटी योग्यताधारी शिक्षामित्रों को आगामी दो भर्तियों में 25 अंकों को भारांक देकर शिक्षक बनाने की बात कही थी। प्रदेश में 35 हजार शिक्षामित्र पात्र हैं। अब शिक्षक भर्ती में कट ऑफ जारी कर सरकार ने इन्हें भर्ती से बाहर कर दिया है। जिला संरक्षक रोहित कौशिक ने कहा कि यह पहली भर्ती हैं, जिसमें इतना ज्यादा कट आफ लगाया गया है। बड़ी से बड़ी परीक्षा में भी इतना कट ऑफ नहीं होता। कानून को ताक पर रखकर शिक्षामित्रों को बाहर करने की नियत से यह काम किया गया है। प्रदेश संगठन मंत्री बृजेश कुमार ठाकुर, जिला कोषाध्यक्ष नीरज त्यागी, विनोद राणा, विजयपाल सिंह आदि ने अध्यादेश लाकर सभी शिक्षामित्रों को पुन: शिक्षक बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार को इस कदम को खामियाजा आने वाले लोकसभा चुनाव में भुगतना होगा। बैठक में एकता रानी, पंजाब सिंह, इंद्रपाल सिंह, ब्रजपाल सिंह, जाहिद अली, नाजमा जैदी, राजीव तोमर, संगीता गुप्ता, कविता रानी, महबूब अली, अंजलि शर्मा, विभूति कौशिक, सरला देवी, सुखचैन, रामबीर सिंह, रविंद्र मलिक, देवराज बालियान, संदीप मलिक, अमित कुमार, राजीव सिंह आदि शामिल रहे।