मैनपुरी, भोगांव: बीटीसी के नए सत्र
में प्रवेश के लिए तीसरे चरण की काउंसि¨लग में हजारों फाइलों के आने के बाद
सोमवार से डायट प्रशासन, इन फाइलों को श्रेणीवार विभाजित करने के बाद हाई
मेरिट वालों के नाम प्रवेश के लिए चयन सूची में शामिल करने को लेकर फी¨डग
शुरू कराएगा।
जिले में डायट की 200 और निजी संस्थानों की 500 सीटों के लिए मेरिट के लिहाज से अभ्यर्थियों को श्रेणीवार विभाजित सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा।
बीटीसी सत्र 2014 में सीटों को भरने के लिए डायट प्रशासन द्वारा जिले में 3 चरण की काउंसि¨लग कराई गई है। पहले चरण में जहां केवल 32 अभ्यर्थी आए थे। वहीं दूसरे चरण में 303 अभ्यर्थियों ने काउंसि¨लग में भाग लिया था। इसके बाद सीटों को भरने के लिए तीसरे चरण में बेहद कम मेरिट जारी किए जाने के बाद 1 दिन में ही 17 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों ने डायट पर अपनी फाइलों को जमा कर दिया था। खाली सीटों के लिए हजारों की संख्या में दावेदारी करने वाले अभ्यर्थियों ने डायट प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है। अभ्यर्थियों की फाइलों की गिनती करने के बाद अब इन्हें श्रेणीवार विभाजित किया जा रहा है। सोमवार से सभी फाइलों को हाई मेरिट के आधार पर छटनी कर कंप्यूटर में फी¨डग का काम शुरू होने की संभावना है। डायट प्रशासन द्वारा पहले दौर में 700 सीटों के लिए तकरीबन 1 हजार नामों को हाई मेरिट के आधार पर सूची में शामिल किया जाएगा। इस काम को पूरा होने में कम से कम 5 दिन का समय लगेगा। सूची तैयार होने के बाद चयनितों की कट ऑफ मेरिट को प्रदेश स्तर पर जारी किया जाएगा। कट ऑफ में शामिल अभ्यर्थियों को मेरिट के अवरोही क्रम के आधार पर डायट और निजी संस्थानों में प्रवेश के लिए अधिकृत किया जाएगा। डायट प्राचार्य शैलेन्द्र ¨सह वर्मा ने बताया कि जिले में प्रवेश प्रक्रिया को एक सप्ताह में शुरू करने के लिए तेजी के साथ काम कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि चयन में पूरी पारदर्शिता बरतने के लिए प्रशासनिक कर्मचारियों की टीम को लगाया गया है।
फ्री और पेड सीट का दायरा खत्म
सत्र 2014 में प्रवेश पाने वाले अभ्यर्थियों को फ्री और पेड सीट का फायदा नहीं मिल पाएगा। पहले निजी संस्थानों में फ्री सीट पर निर्धारित शुल्क से आधी धनराशि अदा करनी होती थी। जबकि पेड सीट पर पूरा शुल्क देना होता है। इस सत्र में शासन द्वारा फ्री और पेड सीट की व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है। लिहाजा अभ्यर्थियों को निजी संस्थानों में चयन होने पर बराबर शुल्क देना होगा।
जिले में डायट की 200 और निजी संस्थानों की 500 सीटों के लिए मेरिट के लिहाज से अभ्यर्थियों को श्रेणीवार विभाजित सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा।
बीटीसी सत्र 2014 में सीटों को भरने के लिए डायट प्रशासन द्वारा जिले में 3 चरण की काउंसि¨लग कराई गई है। पहले चरण में जहां केवल 32 अभ्यर्थी आए थे। वहीं दूसरे चरण में 303 अभ्यर्थियों ने काउंसि¨लग में भाग लिया था। इसके बाद सीटों को भरने के लिए तीसरे चरण में बेहद कम मेरिट जारी किए जाने के बाद 1 दिन में ही 17 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों ने डायट पर अपनी फाइलों को जमा कर दिया था। खाली सीटों के लिए हजारों की संख्या में दावेदारी करने वाले अभ्यर्थियों ने डायट प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है। अभ्यर्थियों की फाइलों की गिनती करने के बाद अब इन्हें श्रेणीवार विभाजित किया जा रहा है। सोमवार से सभी फाइलों को हाई मेरिट के आधार पर छटनी कर कंप्यूटर में फी¨डग का काम शुरू होने की संभावना है। डायट प्रशासन द्वारा पहले दौर में 700 सीटों के लिए तकरीबन 1 हजार नामों को हाई मेरिट के आधार पर सूची में शामिल किया जाएगा। इस काम को पूरा होने में कम से कम 5 दिन का समय लगेगा। सूची तैयार होने के बाद चयनितों की कट ऑफ मेरिट को प्रदेश स्तर पर जारी किया जाएगा। कट ऑफ में शामिल अभ्यर्थियों को मेरिट के अवरोही क्रम के आधार पर डायट और निजी संस्थानों में प्रवेश के लिए अधिकृत किया जाएगा। डायट प्राचार्य शैलेन्द्र ¨सह वर्मा ने बताया कि जिले में प्रवेश प्रक्रिया को एक सप्ताह में शुरू करने के लिए तेजी के साथ काम कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि चयन में पूरी पारदर्शिता बरतने के लिए प्रशासनिक कर्मचारियों की टीम को लगाया गया है।
फ्री और पेड सीट का दायरा खत्म
सत्र 2014 में प्रवेश पाने वाले अभ्यर्थियों को फ्री और पेड सीट का फायदा नहीं मिल पाएगा। पहले निजी संस्थानों में फ्री सीट पर निर्धारित शुल्क से आधी धनराशि अदा करनी होती थी। जबकि पेड सीट पर पूरा शुल्क देना होता है। इस सत्र में शासन द्वारा फ्री और पेड सीट की व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है। लिहाजा अभ्यर्थियों को निजी संस्थानों में चयन होने पर बराबर शुल्क देना होगा।
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