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15 हजार शिक्षक भर्ती में एक सीट पर तीन दावेदार, सीटें बढ़ाना दरकिनार : देखें कहाँ हैं कितनी सीट, सीटों का जिलावार आवंटन

इलाहाबाद : प्राथमिक स्कूलों में 15 हजार शिक्षकों की भर्ती में नियुक्ति पाने का मुकाबला बेहद कड़ा होगा। एक सीट के लिए करीब तीन दावेदार सामने आए हैं। यह नौबत इसलिए आई क्योंकि आवेदन लेने का सिलसिला लगातार जारी रहा। एक या दो नहीं, बल्कि चार बार ऑनलाइन आवेदन लेने की वेबसाइट खोली गई।
दावेदारों की तादाद बढ़ने पर अभ्यर्थी सीटें बढ़ाने की मांग कर रहे थे, लेकिन कोर्ट ने नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान सीटें बढ़ाने का निर्देश देने से साफ इनकार कर दिया। इससे शिक्षक बनने के दो तिहाई दावेदारों को मायूस होना पड़ेगा।

1बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी स्कूलों में 15 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती की प्रक्रिया नौ दिसंबर 2014 से चल रही है। इसके लिए तीन मर्तबा आवेदन लेने के बाद काउंसिलिंग हुई और नियुक्ति पत्र बांटने की मांग जोर पकड़ रही थी, तभी शासन ने बीएलएड धारकों को भर्ती में शामिल करने का आदेश जारी कर दिया है। इससे चौथी बार आवेदन 15 जनवरी 2016 तक लिए गए थे जबकि पहली बार बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी, उर्दू बीटीसी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों, दूसरी बार में केवल डीएड यानी विशेष शिक्षा वाले अभ्यर्थियों से और तीसरी बार हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में विशिष्ट बीटीसी 2004, 2007 एवं 2008 उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन लिया गया। चार बार में करीब 43 हजार अभ्यर्थियों ने दावेदारी की है।1अब अभ्यर्थियों ने जिन जिलों को वरीयता दी है वहां कटऑफ तैयार होगा और उसी के अनुरूप काउंसिलिंग कराई जाएगी। परिषद सचिव संजय सिन्हा ने बताया कि अभ्यर्थियों ने इस भर्ती में नवसृजित 16448 सीटें बढ़ाने का अनुरोध किया था। परिषद से शासन को इस संबंध में प्रस्ताव भी भेजा गया। शासन ने इस मामले में कोर्ट का निर्देश लेने का आदेश दिया था। बीते तीन जून को हाईकोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया के दौरान सीटें बढ़ाने का आदेश देने से इनकार कर दिया। कोर्ट का कहना था कि इसके लिए अलग से नियुक्तियां होनी चाहिए। उसके बाद परिषद ने तत्परता दिखाते हुए भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है।

सीटों का जिलावार आवंटन : प्राथमिक स्कूलों में 15 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती में सबसे अधिक मारामारी सीतापुर, बलरामपुर व जौनपुर जैसे जिलों में होंगी, क्योंकि वहां पर सीटें अन्य जिलों से अधिक हैं। वहीं लखनऊ, कानपुर नगर, गाजियाबाद व गौतमबुद्ध नगर जैसे शहरी इलाकों में नाम मात्र की दस-दस सीटें ही हैं। परिषद सभी जिलों की सीटों का आवंटन कर चुका है। इसमें सीतापुर व बलरामपुर में 500-500 व जौनपुर में 450 सीटें हैं, जबकि इलाहाबाद, बदायूं, गोरखपुर व बलिया में 400-400 सीटें हैं। इसके अलावा बहराइच व मुरादाबाद में 350-350, मैनपुरी, बरेली, गाजीपुर, हरदोई, रायबरेली, उन्नाव, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, सुलतानपुर, बिजनौर, आजमगढ़ व मऊ में 300-300 सीटें निर्धारित की गई हैं। वहीं मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, लखनऊ व कानपुर नगर में मात्र 10-10 सीटें ही हैं, जबकि शामली, जालौन, महराजगंज व हापुड़ में 50-50 सीटें हैं।
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