इलाहाबाद : गर्मी की छुट्टी में गुपचुप तरीके से परिषदीय शिक्षकों का जिले के अंदर तबादले का बड़े पैमाने पर खेल चला। जिले से लेकर बेसिक शिक्षा परिषद मुख्यालय तक एक ‘तंत्र’ बन गया था, जिसने तबादलों को अंजाम दिया।
संभल के बीएसए ने बिना अनुमोदन लिए 200 से अधिक तबादले कर दिए, सो वह निलंबित हो गए हैं, लेकिन प्रदेश में ऐसे कई बेसिक शिक्षा अधिकारी हैं, जिन्होंने मनमाने तरीके से फेरबदल किया है। उनकी जांच तक नहीं हुई है। हालांकि अब शासन ने सभी बीएसए से जिले के अंदर हुए तबादलों की नए सिरे से रिपोर्ट मांगी है।
बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों का तबादला एवं समायोजन हर साल होता है।
शासन की इस कार्रवाई पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि इससे अधिक मनमाने तबादले सूबे के कई जिलों में हुए हैं, लेकिन वहां कार्रवाई दूर उन प्रकरणों की जांच तक नहीं हो रही है, बल्कि अफसरों की ही वाहवाही की जा रही है। इसमें सबसे ऊपर उन्नाव जिले का नाम आ रहा है, जहां करीब आठ सौ तबादले हुए हैं। खास बात यह है कि अंतर जिला तबादलों में शासन ने तीन साल से कम सेवा वाले शिक्षकों का फेरबदल करने से मना किया है, लेकिन उन्नाव आदि कुछ जिलों में एक वर्ष पहले शिक्षक बनने वालों का भी तबादला किया गया है। इसकी जानकारी कुछ अफसरों को भी है, लेकिन उन्होंने आंखें मूंद ली हैं।
‘जागरण’ की खबर का शासन ने संज्ञान लिया है और सभी जिलों से अंतर जिला तबादले का ब्योरा मांगा गया है। इसका बाकायदे प्रोफार्मा हर जिले को भेजा गया है जिसमें अध्यापक के नाम से लेकर परिषद सचिव के अनुमोदन तक जिक्र करना होगा। माना जा रहा है कि यह रिपोर्ट पहुंचने पर स्थिति साफ होगी और कई और बीएसए पर निलंबन की गाज गिर सकती है। हालांकि जून में बेसिक शिक्षा निदेशक ने यही सूचनाएं मांगी थी, लेकिन तमाम जिलों से रिपोर्ट भेजी ही नहीं जा सकी है।
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
संभल के बीएसए ने बिना अनुमोदन लिए 200 से अधिक तबादले कर दिए, सो वह निलंबित हो गए हैं, लेकिन प्रदेश में ऐसे कई बेसिक शिक्षा अधिकारी हैं, जिन्होंने मनमाने तरीके से फेरबदल किया है। उनकी जांच तक नहीं हुई है। हालांकि अब शासन ने सभी बीएसए से जिले के अंदर हुए तबादलों की नए सिरे से रिपोर्ट मांगी है।
बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों का तबादला एवं समायोजन हर साल होता है।
- खुशखबरी : खत्म हुआ इंतजार, नए वेतन आयोग के हिसाब से अगस्त में मिलेगी सैलरी! नोटिफिकेशन इसी हफ्ते या अगले हफ्ते होगा जारी!
- बेसिक विद्यालय प्रात: आठ बजे की बाजाय सात से 12 बजे तक खोले जाने के निर्देश
- जिलों में अटकी 72825 भर्ती की स्टेटस रिपोर्ट , अब तक केवल 22 जिलों से रिपेार्ट
- Photo graph : 27 जुलाई 2016 को होने वाली सुनवाई के लिए केस के लिए विस्तृत चर्चा : Himanshu Rana
शासन की इस कार्रवाई पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि इससे अधिक मनमाने तबादले सूबे के कई जिलों में हुए हैं, लेकिन वहां कार्रवाई दूर उन प्रकरणों की जांच तक नहीं हो रही है, बल्कि अफसरों की ही वाहवाही की जा रही है। इसमें सबसे ऊपर उन्नाव जिले का नाम आ रहा है, जहां करीब आठ सौ तबादले हुए हैं। खास बात यह है कि अंतर जिला तबादलों में शासन ने तीन साल से कम सेवा वाले शिक्षकों का फेरबदल करने से मना किया है, लेकिन उन्नाव आदि कुछ जिलों में एक वर्ष पहले शिक्षक बनने वालों का भी तबादला किया गया है। इसकी जानकारी कुछ अफसरों को भी है, लेकिन उन्होंने आंखें मूंद ली हैं।
‘जागरण’ की खबर का शासन ने संज्ञान लिया है और सभी जिलों से अंतर जिला तबादले का ब्योरा मांगा गया है। इसका बाकायदे प्रोफार्मा हर जिले को भेजा गया है जिसमें अध्यापक के नाम से लेकर परिषद सचिव के अनुमोदन तक जिक्र करना होगा। माना जा रहा है कि यह रिपोर्ट पहुंचने पर स्थिति साफ होगी और कई और बीएसए पर निलंबन की गाज गिर सकती है। हालांकि जून में बेसिक शिक्षा निदेशक ने यही सूचनाएं मांगी थी, लेकिन तमाम जिलों से रिपोर्ट भेजी ही नहीं जा सकी है।
- वंचित शिक्षामित्रों को करना होगा और इंतजार , फैसले पर टक-टकी लगाए रहे शिक्षामित्र , अग्रिम सुनवाई को 27 जुलाई की तिथि नियत
- सृजित पदों से ज्यादा शिक्षकों को दे दी तैनाती : पद न होने के बावजूद विभाग ने 150 नए शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए
- 135000 समायोजित को भी खतरे में डाल : संघों और टीमों ने शिक्षामित्र समायोजन केस को बनाया और भी जटिल
- उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षामित्रों की महत्त्वाकांक्षा बढ़ाकर उनको बर्बादी के मंजर में झोक दिया
- शिक्षा मित्र मामला : 27 जुलाई सुप्रीम कोर्ट में सुने जाने वाले बिंदु
- 72825 शिक्षक भर्ती में 8वीं काउंसलिंग की मांग
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines