मिशन शिक्षण संवाद चला गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की ओर

मित्रो पिछले कुछ दिनों से हमारे बहुत से शिक्षक साथी मिशन शिक्षण संवाद द्वारा पोस्ट पर यह कहते हुए पाये गये। कि विद्यालय को महल बनाने से क्या होगा??? शिक्षण अच्छा होना चाहिए।
उनसे हम आधुनिक शब्दावली में निवेदन करना चाहते कि किसी भी कार्य में दो पक्ष होते हैं। एक हार्डवेयर और दूसरा सॉफ्टवेयर। आपको पता होगा कि यदि दोनों में से एक खराब हो तो क्या परिणाम उचित मिल सकते हैं। शायद नहीं। क्योंकि आप कम्प्यूटर से भले ही परिचित न हों लेकिन मोबाइल से भली भाँति परिचित हैं। जिसमें सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर का अच्छी तरह अनुभव किया गया है। यदि एक खराब हो जाये तो दूसरा अपने आप काम करना बन्द कर देता है।
ठीक इसी प्रकार बेसिक शिक्षा में लगातार परेशानी का कारण यही रहा कि बेसिक शिक्षा की प्रशासनिक अव्यवस्थाओं से किसी विद्यालय का हार्डवेयर खराब कर दिया अथवा किसी का सॉफ्टवेयर ही उड़ा दिया। लेकिन बेसिक शिक्षा के अनमोल रत्नों ने स्वयं अब यह निश्चित कर लिया है कि हमें अब शिक्षा के उत्थान और शिक्षक के सम्मान के लिए कुछ भी करना पड़े अपने विद्यालय का हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों को सही रख कर इस देश को और बेसिक शिक्षा को आगे बढ़ाना है तथा बेसिक शिक्षा और शिक्षक दोनों का सम्मान बचाना।
इन्हीं अनमोल रत्नों में से हमारी बहन ज्योति जी और भाई विनोद कुमार जी जनपद- भदोही ने हम सब से निवेदन किया है कि माह के अन्तिम शनिवार को प्रत्येक कक्षा के सभी विषयों से लगभग पचास प्रश्नों का प्रश्न पत्र तैयार कर बच्चों की मासिक परीक्षा करानी है। जिससे बच्चों में पढ़ने की जागरूकता और प्रतिस्पर्धा की गति के साथ शिक्षक को शिक्षण की गुणवत्ता का आंकलन होगा।
कहा जाता है कि शुभ कार्य में देरी नहीं होनी चाहिए इसीलिए इसको आगे बढ़ाते हुए कल से हमारी बहन जी ने परीक्षा का शुभ कार्य शुरू कर दिया है। आप कब कर रहे हैं हमें अवगत करा दें जिससे पेपर की पी डी एक भेज दें।
आइये जानते है बहन जी का शुभ कार्य का विवरण:--
आज दिनांक 07/01/2017 को मिशन शिक्षण संवाद भदोही के बैनर तले वि क्षे औराई के पू मा वि वारी गाँव में प्र अ श्री रामकृपाल बिन्द पू मा वि अमवाँमाफी यादव बस्ती में श्री विनोद कुमार जी के तथा पू मा वि कोइलरा में ज्योति कुमारी की देख रेख में सामान्य ज्ञान की प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें इन विद्यालयों के सभी छात्रों ने प्रतिभाग कर आयोजन को सफल बनाया। उक्त परीक्षा का उद्देश्य बच्चो में शैक्षिक प्रतिस्पर्धा की भावना के विकसित करने के साथ माहवार पढ़ाये गये पाठ्यक्रम के आत्मसातीकरण को जानना भी था। उक्त परीक्षा में प्रति कक्षा प्रथम व् द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया। भविष्य में हर माह के अंतिम शनिवार को इस तरह की पाठ्यक्रम आधारित परीक्षा कराने का विचार है। इच्छुक विद्यालय मिशन शिक्षण संवाद के ग्रुप से उक्त प्रश्नपत्र की प्राप्त कर सकते है।
अंत में शिक्षा का उत्थान, शिक्षक का सम्मान ,
मिशन शिक्षण संवाद।
मिशन शिक्षण संवाद की ओर आप सब को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
मित्रो आपभी कुछ करना चाहते हैं बेसिक शिक्षा में परिवर्तन लाना चाहते हैं तो मिशन शिक्षण संवाद आपकी सेवा और सहयोग के हर समय तैयार है। मिशन शिक्षण संवाद के WhatsApp no- 9458278429 पर अथवा अपने जनपद के मिशन शिक्षण संवाद पर अपना सहयोग लिख कर भेज दें।
मिशन शिक्षण संवाद उ० प्र०
आपका सहयोगी
विमल कुमार
कानपुर देहात
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