अब वक्त आ गया है जब आपको गत पाँच वर्षों के सितम और जुल्मों का हिसाब-किताब पूरा करना है ? : गणेश दीक्षित

अब वक्त आ गया है जब आपको गत पाँच वर्षों के सितम और जुल्मों का हिसाब-किताब पूरा करना है ?
आगामी विधानसभा चुनाव के परिणाम बतायेंगे की प्रदेश की सपा सरकार ने टीईटी -2011 वालों के साथ कितना अन्याय किया या न्याय ?
टीईटी -2011 उत्तीर्ण 3 लाख से अधिक अभ्यर्थी और उनसे सीधे जुड़े हमारे 15 लाख परिवारीजनों को इस सरकार ने गत पाँच साल में कितना दर्द और दुख दिया है ?
योग्यता और कानून,नियमों को ताक पर रखकर क्या केवल अपने वोटबैंक के लिये फर्जी भर्ती की हैं और आज 3 लाख लोगों को फँसा दिया है ?
अगर दर्द मिला है ,
जुल्म हुआ है ,
अन्याय किया गया ,
भेदभाव किया गया ,
कानून को नहीँ माना गया,
अदालती आदेशों को ठेंगा दिखाया गया ?
अगर ये सब हुआ है ?
योग्य को अपमान और लाठियां मिलीं?
अयोग्य को करोड़ों की खैरात ?
तो प्रतिशोध की अग्नि प्रज्वलित होगी ,
और ये अग्नि अन्याय और कानून को ठेंगा दिखाने जैसा घोरपाप करनेवाली सत्ता को जलाकर राख कर देगी ।
जो हो रहा है वो शुरुआत है ,आगे-आगे देखिये क्या होता है !
जिसे अभी भी ऐसी सत्ता से आशा है की वो उनकी सुनेगी या उनके हित में निर्णय लेगी तो वो करे इनकी जी-हुजुरी और तेल-मालिश ,पर मिलेगा कुछ नहीँ ।
आपको आज तक जो मिला वो अदालत से ही मिला है और आगे भी मिलेगा ।
सो हम अपने हक के लिये किसी अन्यायी के मोहताज नहीँ हैं ।
बस अकर्मण्यता के साथ चुपचाप नहीँ बैठना है ,।
चुनाव हो रहे हैं , आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है , फ़िर भी इस सरकार के भ्रष्ट अधिकारी बैक डेट में ट्रांसफर/ पोस्टिंग करने से बाज नहीँ आ रहे हैं । देखिये चुनाव आयोग इन भ्रष्टाचारियों के कृत्यों को संज्ञान में ला पाती है की नहीँ ,हमारा प्रयास जारी है ।
ऐसे अधिकारी अभी भी सपा सरकार के फोटो लगे बस्ते और
थालियां बंटवाकर अध्यापकों से जबरन समाजवादी पार्टी का प्रचार करवा रहे हैं ।
कोर्ट आदेश पर नियुक्ति देने में आचार संहिता का बहाना है तो वहीँ बैकडेट में चहेतों को मतलब के अनुरूप ट्रांसफर-पोस्टिंग ।
इतना ही नहीँ इस सरकार ने पहले से ही तथाकथित अध्यापकों या इस सरकार द्वारा जबरदस्ती अध्यापक बनाये गये लोगों की फौज को चुनाव ड्यूटी के दौरान पार्टी के हित में काम करने के विशेष निर्देश भी दिये हैं ।
खैर , सभीकी सूचना चुनाव आयोग को दे दी गयी है ,जल्द ही एक्शन की सम्भावना है ।
बाकी , हमारी नियुक्ति सम्बन्धी स्पष्ट आदेश हेतू हमें कोर्ट में पुन: गुहार लगानी होगी और वर्तमान आदेशों का पालन न करने वाले अधिकारियों/ सचिवों को सजा दिलवानी होगी !
और ये सब होगा ,ज़रूर होगा ,जल्द होगा !
आप सभी सत्य और न्याय के ईशविदित पथ पर संगठित होकर चलते रहें , पूर्ण विजय का आशीष ईश्वर जल्द ही देगा ।
शेष फ़िर....
आपका - गणेश शंकर दीक्षित
उ.प्र.टीईटी संघर्ष मोर्चा
सन्घेय शक्ति सर्वदा ।
जय हिन्द जय टीईटी ॥
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