अमर उजाला ब्यूरो, गोरखपुर। गोरखपुर यूनिवर्सिटी में शिक्षकों की भर्ती एक बार फिर नए सिरे से होगी। इसके लिए नया विज्ञापन भी निकाला जाएगा। 250 पदों के लिए तीसरी बार आवेदन मंगाए जाएंगे।
जल्द ही इसे कार्य परिषद से पास कर आगे बढ़ाया जाएगा। इसके बाद विज्ञापन जारी होगा। सब कुछ ठीक से चलता रहा तो इस सत्र में गोरखपुर यूनिवर्सिटी को शिक्षकों की कमी से निजात मिल जाएगी। गोरखपुर यूनिवर्सिटी में 15 सालों से शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है। धीरे-धीरे शिक्षक रिटायर होते गए और यूनिवर्सिटी में शिक्षकों की भारी कमी हो गई है। इस वजह से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा चुनौती बन गई है। इसका सबसे ज्यादा खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। हजारों विद्यार्थियों पर कहीं दो से तीन शिक्षक ही मौजूद हैं तो कहीं बमुुश्किल एक। इससे पहले शिक्षक भर्ती को लेकर दो बार विज्ञापन निकाले गए, मगर आरक्षण के रोस्टर के चक्कर में यह प्रक्रिया लटक गई।
शिक्षक भर्ती के लिए पूर्व में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी। उन्हें यूजीसी की ओर से निर्धारित शैक्षिक अर्हता को नए दिशा-निर्देश केे अनुसार अपग्रेड करना होगा। पूर्व में करीब 3000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।
शिक्षक भर्ती गोरखपुर यूनिवर्सिटी की प्राथमिकताओं में शुमार है। नए शासनादेश के अनुसार इसे पूरा किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया चल रही है। इस साल गोरखपुर यूनिवर्सिटी को शिक्षकी की कमी से निजात मिल जाएगी।
- प्रो.वीके सिंह, कुलपति, गोरखपुर यूनिवर्सिटी
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जल्द ही इसे कार्य परिषद से पास कर आगे बढ़ाया जाएगा। इसके बाद विज्ञापन जारी होगा। सब कुछ ठीक से चलता रहा तो इस सत्र में गोरखपुर यूनिवर्सिटी को शिक्षकों की कमी से निजात मिल जाएगी। गोरखपुर यूनिवर्सिटी में 15 सालों से शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है। धीरे-धीरे शिक्षक रिटायर होते गए और यूनिवर्सिटी में शिक्षकों की भारी कमी हो गई है। इस वजह से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा चुनौती बन गई है। इसका सबसे ज्यादा खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। हजारों विद्यार्थियों पर कहीं दो से तीन शिक्षक ही मौजूद हैं तो कहीं बमुुश्किल एक। इससे पहले शिक्षक भर्ती को लेकर दो बार विज्ञापन निकाले गए, मगर आरक्षण के रोस्टर के चक्कर में यह प्रक्रिया लटक गई।
शिक्षक भर्ती के लिए पूर्व में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी। उन्हें यूजीसी की ओर से निर्धारित शैक्षिक अर्हता को नए दिशा-निर्देश केे अनुसार अपग्रेड करना होगा। पूर्व में करीब 3000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।
शिक्षक भर्ती गोरखपुर यूनिवर्सिटी की प्राथमिकताओं में शुमार है। नए शासनादेश के अनुसार इसे पूरा किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया चल रही है। इस साल गोरखपुर यूनिवर्सिटी को शिक्षकी की कमी से निजात मिल जाएगी।
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