अब विद्यालयों में गपशप नहीं कर सकेंगे शिक्षक , जीआईसी शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया भी शुरू

ब्यूरो, अमर उजाला, अलीगढ़। शिक्षक अब विद्यालयों में बैठकर गप्प नहीं मार सकेंगे। शासन ने सहायक अध्यापकों से लेकर प्रधानाचार्यों तक को क्लास रूम में जाकर नियमित पढ़ाने के आदेश दिए हैं।

शिक्षा निदेशालय से जारी आदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अध्यापकों को शिक्षण कार्य के लिए मानक निर्धारित कर दिया गया है। इसके हिसाब से विद्यालय के प्रधानाचार्य को सप्ताह में 12 पीरियड, इंटर कॉलेज के प्रवक्ता को 30 पीरियड और सहायक अध्यापक को प्रति सप्ताह 36 पीरियड पढ़ाने होंगे।

यदि किसी इंटर कॉलेज की कक्षाओं में एक प्रवक्ता के लिए दो पीरियड के छात्र-छात्रा अध्ययनरत हैं, तो उसे कक्षा 6 से 10 तक कक्षाओं के लिए तीन पीरियड अध्ययन कार्य करना होगा।

शासन ने जेडी और डीआईओएस को इस आदेश का पालन कराने के निर्देश दिए हैं। जेडी (माध्यमिक शिक्षा) अजय द्विवेदी ने बताया कि शासन के इस आदेश का पालन कराया जाएगा।

जीआईसी शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया भी शुरू

बेसिक शिक्षा महकमे के बाद अब राजकीय इंटर कॉलेजों में भी शिक्षकोें के समायोजन को लेकर सूचनाएं एकत्रित की जा रही है। जेडी ऑफिस से माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को सूचनाएं भेजी गई हैं।

राजकीय इंटर कॉलेजों में भी अब समायोजन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से जिले के सभी राजकीय विद्यालयों से सूचना मांगी गई है कि उनके यहां छात्र संख्या क्या है? और वहां सहायक अध्यापक, प्रवक्ता आदि की संख्या क्या है? वहां क्या कोई शिक्षक छात्र संख्या के अनुपात में सरप्लस है?

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