गोरखपुर- टीईटी उत्तरीण करने के बाद लिखित परीक्षा
कराये जाने के फैसले पर टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थियों में सरकार के
प्रति काफी आक्रोश है। यूपी टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थियो का कहना है कि
सरकार ने हम लोगों के साथ धोखा किया है।
लिखित परीक्षा के नियम से हम लोगों का करियर समाप्त हो जायेगा। कुल मिला जुला कर सरकार किसी को नौकरी नहीं देना चाहती। टीईटी पास रंजीत का कहना है कि टीईटी की बैधता तीन साल की है जिन लोगों ने 2011 में टीईटी किया था उनका समय समाप्त हो गया क्योंकि सरकार ने कोई वान्ट निकाला ही नहीं सर्विस के आयु की बैधता 45 बर्ष है अगर कोई 44 वर्ष की उम्र में टीईटी पास किया तो लिखित परीक्षा देते देते वह ओवर एज हो जायेगा सरकार युवाओं केवसाथ दोहरी नीति अपना रही है शिक्षा मित्र बेलफेयर एशोषिएसन के अध्यक्ष बेचन सिंह ने कहा कि शिक्षा मित्रों के साथ सरकार नाइंसाफी कर रही है चुनावी घोषणा पत्र में शिक्षा मित्रों के हित की बात कही गयी थी लेकिन सरकार बनते ही बदल गयी उन्होंने कहा कि सरकार का 10 हजार रुपया मानदेय मान्य नहीं है और तो और सरकार ने लिखित परीक्षा का बोझ डाल कर साफ जाहिर कर दिया की वो किसी को सरकारी नौकरी नहीं देना चाहती।
योगी कैबिनेट ने फैसला लिया है कि बेसिक स्कूल में शिक्षक बनने के लिए TET पास अभ्यर्थियों को अब लिखित परीक्षा देनी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में लखनऊ के लोकभावन में मंगलवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में शिक्षामित्रों से जुड़े मसले पर अहम फैसला लिया गया. इसके तहत अब प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनने के लिए टीईटी के साथ-साथ लिखित परीक्षा भी पास करनी होगी। इस फैसले के मतलब यह है कि अब तक टीईटी पास अभ्यर्थियों की डायरेक्ट भर्ती हो रही थी, लेकिन अब उन्हें लिखित परीक्षा से भी होकर गुजरना होगा. मेरिट बनाते समय इस लिखित परीक्षा के अंक को भी जोड़ा जाएगा।
कैबिनेट मीटिंग के बाद सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि कैबिनेट में शिक्षामित्रों से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है. उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक बनने के लिए अब परीक्षा देनी होगी. यह परीक्षा टीईटी क्वालीफाई करने के बाद देनी होगी. शिक्षक भर्ती की मेरिट में लिखित परीक्षा के भी अंक जोड़े जाएंगे। श्रीकांत शर्मा ने कहा कि अब यूपी में लिखित परीक्षा के माध्यम से बेसिक शिक्षकों की भर्ती होगी. इसके लिए 60 नंबर लिखित और 40 एकेडमिक होंगे. इस परीक्षा में सिर्फ TET पास अभ्यर्थी ही बैठ सकेंगे. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि शिक्षामित्रों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का सरकार अनुपालन करेगी।
इसके अलावा शिक्षामित्रों को भर्ती में भारांक का लाभ देने संबंधी प्रस्ताव को भी कैबिनेट की मंजूरी मिल गई. शिक्षक भर्ती में स्थायी नियुक्ति में शिक्षामित्रों को वेटेज के रूप भारांक मिलेगा. शिक्षामित्रों को अधिकतम 10 साल के लिए 25 नंबर मिल सकेंगे. शिक्षामित्रों को प्रति वर्ष के अनुभव के आधार पर ढाई नंबर मिलेंगे।फ़िलहाल अब शिक्षक बनने के लिए टीईटी अभ्यर्थी को लिखित परीक्षा से गुजरना पड़ेगा।
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लिखित परीक्षा के नियम से हम लोगों का करियर समाप्त हो जायेगा। कुल मिला जुला कर सरकार किसी को नौकरी नहीं देना चाहती। टीईटी पास रंजीत का कहना है कि टीईटी की बैधता तीन साल की है जिन लोगों ने 2011 में टीईटी किया था उनका समय समाप्त हो गया क्योंकि सरकार ने कोई वान्ट निकाला ही नहीं सर्विस के आयु की बैधता 45 बर्ष है अगर कोई 44 वर्ष की उम्र में टीईटी पास किया तो लिखित परीक्षा देते देते वह ओवर एज हो जायेगा सरकार युवाओं केवसाथ दोहरी नीति अपना रही है शिक्षा मित्र बेलफेयर एशोषिएसन के अध्यक्ष बेचन सिंह ने कहा कि शिक्षा मित्रों के साथ सरकार नाइंसाफी कर रही है चुनावी घोषणा पत्र में शिक्षा मित्रों के हित की बात कही गयी थी लेकिन सरकार बनते ही बदल गयी उन्होंने कहा कि सरकार का 10 हजार रुपया मानदेय मान्य नहीं है और तो और सरकार ने लिखित परीक्षा का बोझ डाल कर साफ जाहिर कर दिया की वो किसी को सरकारी नौकरी नहीं देना चाहती।
योगी कैबिनेट ने फैसला लिया है कि बेसिक स्कूल में शिक्षक बनने के लिए TET पास अभ्यर्थियों को अब लिखित परीक्षा देनी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में लखनऊ के लोकभावन में मंगलवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में शिक्षामित्रों से जुड़े मसले पर अहम फैसला लिया गया. इसके तहत अब प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनने के लिए टीईटी के साथ-साथ लिखित परीक्षा भी पास करनी होगी। इस फैसले के मतलब यह है कि अब तक टीईटी पास अभ्यर्थियों की डायरेक्ट भर्ती हो रही थी, लेकिन अब उन्हें लिखित परीक्षा से भी होकर गुजरना होगा. मेरिट बनाते समय इस लिखित परीक्षा के अंक को भी जोड़ा जाएगा।
कैबिनेट मीटिंग के बाद सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि कैबिनेट में शिक्षामित्रों से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है. उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक बनने के लिए अब परीक्षा देनी होगी. यह परीक्षा टीईटी क्वालीफाई करने के बाद देनी होगी. शिक्षक भर्ती की मेरिट में लिखित परीक्षा के भी अंक जोड़े जाएंगे। श्रीकांत शर्मा ने कहा कि अब यूपी में लिखित परीक्षा के माध्यम से बेसिक शिक्षकों की भर्ती होगी. इसके लिए 60 नंबर लिखित और 40 एकेडमिक होंगे. इस परीक्षा में सिर्फ TET पास अभ्यर्थी ही बैठ सकेंगे. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि शिक्षामित्रों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का सरकार अनुपालन करेगी।
इसके अलावा शिक्षामित्रों को भर्ती में भारांक का लाभ देने संबंधी प्रस्ताव को भी कैबिनेट की मंजूरी मिल गई. शिक्षक भर्ती में स्थायी नियुक्ति में शिक्षामित्रों को वेटेज के रूप भारांक मिलेगा. शिक्षामित्रों को अधिकतम 10 साल के लिए 25 नंबर मिल सकेंगे. शिक्षामित्रों को प्रति वर्ष के अनुभव के आधार पर ढाई नंबर मिलेंगे।फ़िलहाल अब शिक्षक बनने के लिए टीईटी अभ्यर्थी को लिखित परीक्षा से गुजरना पड़ेगा।
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