प्रमोशन के 489 पदों के लिए 1.42 लाख दावेदार: एक पद के लिए औसतन 290 दावेदार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मुख्य सेविका पद पर होना है प्रमोशन

लखनऊ : बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में इस समय एक अनार सौ बीमार वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। यहां मुख्य सेविकाओं के 489 पदों पर प्रमोशन के लिए 1.42 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अर्हता पूरी करती हैं। ऐसे में एक पद पर प्रमोशन पाने के लिए औसतन 290 दावेदार मैदान में हैं। इस स्थिति को देख विभाग के अफसरों के हाथ-पैर फूल गए हैं।

सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मुख्य सेविका पद पर प्रमोशन देने के लिए नियम व शर्ते तय कर दी हैं। प्रमोशन के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल उत्तीर्ण होना है। 10 साल की सेवा पूरी करने वाली महिलाएं इस पद के लिए अर्हता पूरी करेंगी। साथ ही 50 वर्ष से कम उम्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ही मुख्य सेविका पद पर प्रमोशन दिया जाना है। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार निदेशालय में मुख्य सेविका के प्रमोशन के लिए कवायद शुरू हो गई है। निदेशक राजेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि शीघ्र ही प्रमोशन के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। इस लिस्ट को तैयार करने में बहुत सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें किसी भी प्रकार की चूक न हो इसका ध्यान रखने के लिए कहा गया है। 1.42 लाख में केवल 489 का ही प्रमोशन होना है।प्रमोशन के लिए जो नियमावली बनाई गई है उसके अनुसार जिसकी जितनी अधिक सेवा होगी, उसे उतने अधिक नंबर दिए जाएंगे। शैक्षिक अर्हता में भी हाईस्कूल प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को तीन अंक, द्वितीय श्रेणी वालों को दो अंक व तृतीय श्रेणी वालों को एक अंक दिया जाएगा। शैक्षिक अर्हता व सेवाकाल के अंकों को मिलाकर मेरिट तैयार की जाएगी। इसके बाद सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं एससी-एसटी वर्ग की अलग-अलग मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी।