एनबीटी ब्यूरो, लखनऊ बेसिक
शिक्षा विभाग में 68,500 सहायक शिक्षकों के पद पर भर्ती के लिए विज्ञापन
इसी सप्ताह जारी होने के आसार हैं। भर्ती के इच्छुक लोगों के लिए राहत की
खबर यह है कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए पासिंग मार्क 33% करने पर सहमति
बन गई है। टीईटी पास शिक्षामित्रों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने इस संदर्भ में शासनादेश जारी करने के निर्देश दिए हैं।
रविवार
को मुख्यमंत्री आवास पर टीईटी पास शिक्षामित्रों का प्रतिनिधिमंडल योगी से
मिला। इस दौरान शिक्षामित्रों ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार उन्हें
भर्ती में प्राथमिकता देने की मांग की। साथ ही टीईटी-2013 की भर्ती परीक्षा
को भी इसमें वैधता देने का अनुरोध किया। योगी ने अपर मुख्य सचिव राज
प्रताप सिंह को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव राजीव कुमार और
मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल भी इस दौरान मौजूद रहे।
पास होना होगा आसान
बेसिक
शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती के लिए पहली बार लिखित परीक्षा का
प्रावधान किया गया है। इसके लिए होने वाली 150 अंकों की परीक्षा को पास
करने के लिए पहले सामान्य और ओबीसी वर्ग के लिए 45% (67 अंक) और एससी/एसटी
वर्ग के लिए 40% (60 अंक) न्यूनतम पाना अनिवार्य किया गया था। अब इसे घटाकर
33% (49 अंक) करने पर सहमति बन गई है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने इस
संदर्भ में शासन को प्रस्ताव भी भेज दिया है। वहीं, शिक्षामित्रों को उनके
प्रति अनुभव वर्ष के आधार पर 2.5 अंक और अधिकतम 25 अंक के वेटेज की घोषणा
पहले ही की जा चुकी है।
27 मई को प्रस्तावित है परीक्षा
परीक्षा
आयोजित करने वाली संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी दो दिन पहले ही शासन
को भर्ती परीक्षा का प्रस्तावित कार्यक्रम भेज चुकी है। इसमें 27 मई को
परीक्षा करवाने का प्रस्ताव रखा गया है। ऑनलाइन आवेदन के लिए महज तीन दिन
का समय रखा गया है। 14 से 17 मई के बीच आवेदन प्रकिया अभ्यर्थियों को पूरी
करनी होगी। इसके पीछे वजह यह है कि पहले भी इन पदों के लिए आवेदन लिए जा
चुके हैं और 12 मार्च को परीक्षा भी प्रस्तावित थी। बाद में हाई कोर्ट के
आदेश पर परीक्षा टाल दी गई थी। 21 मई तक आवेदन की गलतियां सुधारने का मौका
मिलेगा। पांच जून को आंसशीट जारी करने और 30 जुलाई को रिजल्ट जारी करने का
प्रस्ताव है।
बरकरार है कोर्ट का पेच
तमाम कवायद के बाद भी
भर्तियों की राह कोर्ट में जाकर फंस जा रही है। यह शिक्षक भर्ती भी इससे
अछूती नहीं है। पिछले साल हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा (प्राथमिक स्तर) के
14 सवालों पर अभ्यर्थियों ने सवाल उठए थे। हाई कोर्ट के सिंगल बेंच ने
आपत्ति को सही पाते हुए इन 14 सवालों को निरस्त कर दिया था। सरकार डबल बेंच
गई तो हाई कोर्ट ने मात्र दो सवालों को ही गलत माना। शिक्षामित्र संगठन
इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। इसी सप्ताह इसकी सुनवाई है। अगर
फैसला सरकार के खिलाफ गया तो भर्ती पर फिर तलवार लटक सकती है।