बेसिक स्कूल से लेकर प्रशिक्षण संस्थान तक जांचेंगे अफसर, वरिष्ठ अफसरों को विभिन्न मंडल और जिलों की सौंपी जिम्मेदारी

इलाहाबाद : बेसिक स्कूलों में पढ़ाई और शिक्षक तैयार करने वाले संस्थानों में प्रशिक्षण गुणवत्ता सुधारने की शुरू हो गई है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद यानी एससीईआरटी ने इसमें प्रदेश के वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों को भी जोड़ा है।
सभी को मंडल व जिलों का प्रभार सौंपकर जांच करने का निर्देश दिया गया है। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार लाने को वहां मूलभूत सुविधाएं सरकार की ओर से मुहैया कराई जा रही हैं। शिक्षकों की नियुक्ति हो रही है और उनके प्रशिक्षण के भी इंतजाम किए गए हैं। एससीईआरटी के निदेशक संजय सिन्हा ने बताया कि स्कूलों व प्रशिक्षण संस्थानों में शिक्षक-शिक्षा कार्यक्रमों व अन्य शैक्षिक गतिविधियों की निगरानी करने के लिए वरिष्ठ अफसरों को लगाया गया है। सभी अधिकारियों को उस मंडल या फिर जिले का नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसमें एससीईआरटी निदेशक सिन्हा ने खुद के लिए इलाहाबाद व वाराणसी मंडल, अपर शिक्षा निदेशक बेसिक रूबी सिंह को मेरठ मंडल, अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक मंजू शर्मा को आगरा मंडल, डा. इश्तियाक अहमद को देवीपाटन, अजय कुमार सिंह को कानपुर, उप शिक्षा निदेशक राजेंद्र प्रसाद को फैजाबाद मंडल का नोडल अधिकारी बनाया गया है। ऐसे ही सीटीई लखनऊ के रीडर राकेश कुमार को लखनऊ, सीतापुर, रायबरेली व लखीमपुर खीरी जिला, प्रेम प्रकाश मौर्य को कौशांबी व फतेहपुर जिला, मंशाराम को सहारनपुर, अमरेंद्र को बस्ती, अशोक गुप्ता को चित्रकूट, दीपा तिवारी को बरेली, मनोज कुमार को झांसी, वर्चस्वनी जौहरी को अलीगढ़, स्कंद शुक्ल को प्रतापगढ़, रावेंद्र सिंह बघेल को उन्नाव, आशुतोष दुबे को मिर्जापुर और प्रभावती वर्मा को मुरादाबाद जिले का नोडल अफसर बनाया गया है। ये अधिकारी आवंटित जिलों का प्रति माह भ्रमण करेंगे। उस दौरान जिले के पांच प्राथमिक व उच्च प्राथमिक, डायट व पांच निजी डीएलएड संस्थान और दो ब्लाक संसाधन केंद्र देखेंगे। निरीक्षण के लिए सभी जगह का अलग-अलग निगरानी पत्र भी अफसरों को दिया गया है। अफसर निरीक्षण से पहले संबंधित जिले को सूचित करेंगे और निरीक्षण के बाद एससीईआरटी मुख्यालय को एक सप्ताह में मुहैया कराएंगे।