प्रदेश की दो बड़ी परीक्षाएं फिर टकरा रही हैं। यूपी पीसीएस और यूपी
टीईटी 2018 दोनों की तारीख 28 अक्टूबर तय हुई है। खास बात यह है कि उप्र
लोकसेवा आयोग ने पीसीएस परीक्षा की तारीख इसी माह के पहले सप्ताह में घोषित
की है, जबकि यूपी टीईटी कराने की तारीख का एलान शासन ने बुधवार को किया
है।
अन्य परीक्षा संस्थाओं को विश्वास में लिए बिना तारीख घोषित होने से
लाखों अभ्यर्थी असमंजस होंगे कि आखिर वह किस परीक्षा का इम्तिहान दें।
1उप्र लोकसेवा आयोग हर साल प्रांतीय सेवा की सबसे बड़ी पीसीएस परीक्षा का
आयोजन करता आ रहा है। यूपी पीएससी ने पीसीएस 2018 कराने के लिए पहले 24 जून
तारीख तय की थी। बाद में उसे स्थगित कर दिया। इसकी दूसरी तारीख 19 अगस्त
घोषित हुई। पीसीएस की मुख्य परीक्षा और प्रारंभिक परीक्षा में इस बार बड़े
बदलाव हुए हैं और उसके आवेदन अगस्त के पहले सप्ताह तक लिए गए। यूपी पीएससी
ने पीसीएस 2018 की प्रारंभिक परीक्षा की तारीख बढ़ाकर 28 अक्टूबर कर दिया।
1ज्ञात हो कि पीसीएस प्री में सिविल सेवा और एसीएफ व आरएफओ की संयुक्त
परीक्षा हो रही है। दोनों के 900 से अधिक पदों के लिए करीब छह लाख 37 हजार
अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। पहली बार एसडीएम के 119 पद हैं। अधिक आवेदन
होने से परीक्षा केंद्र न मिलने के कारण ही यूपी पीएससी ने परीक्षा टाली
गई। वहीं आयोग 28 अक्टूबर को पहले से प्रस्तावित प्रवक्ता राजकीय डिग्री
कालेज स्क्रीनिंग परीक्षा 2017 को भी स्थगित कर चुका है। 1शासन ने बुधवार
को यूपी टीईटी के लिए भी 28 अक्टूबर की ही तारीख तय की है। इस परीक्षा में
भी रिकॉर्ड ऑनलाइन आवेदन होने की उम्मीद है, क्योंकि 68500 की लिखित
परीक्षा में सिर्फ 41556 अभ्यर्थी ही सफल हो सके थे, ऐसे में करीब 28 हजार
सीटें पिछली भर्ती की रिक्त हो रही हैं। ये पद दूसरी 68500 भर्ती में जोड़ा
जाना लगभग तय है, जिससे दूसरी भर्ती के पद 96 हजार से अधिक होंगे। हालांकि
टीईटी 2018 में आवेदन के लिए पदों की सीमा नहीं है लेकिन, यह इम्तिहान
उत्तीर्ण करने वाले ही लिखित परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। वहीं राष्ट्रीय
अध्यापक शिक्षा परिषद यानी एनसीटीई ने इस बार प्राथमिक स्तर के लिए बीएड को
भी मान्य किया है, इससे दावेदारों की संख्या में बड़ी उछाल आना तय है।
ज्ञात हो कि टीईटी 2017 के लिए नौ लाख 76 हजार 760 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण
कराया था। ऐसे में दो बड़ी परीक्षाओं के लिए एक ही दिन केंद्र मिलना होगा।
1यूपी पीएससी सचिव जगदीश का कहना है कि वह पहले ही तारीख घोषित कर चुके
हैं, अब उसमें बदलाव करना संभव नहीं है।1 उधर, परीक्षा नियामक प्राधिकारी
सचिव डॉ. सुत्ता सिंह का कहना है कि इससे शासन को अवगत करा रहे हैं, जरूरी
हुआ तो तारीख बदलने का नया प्रस्ताव भेजेंगे। टीईटी की नई तारीख 29 अक्टूबर
भी हो सकती है।
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