परीक्षार्थियों का आरोप है कि कॉपी में गड़बड़ी के साथ अधिक अंक होने के बाद कम अंक दिए गए हैं। कॉपी की जांच में परीक्षार्थियों के आरोप की लगातार पुष्टि के बाद अब जांच रिपोर्ट में आने में समय लगेगा।
परीक्षा नियामक कार्यालय से लौटने के बाद टीम की रिपोर्ट के आधार जांच समिति के प्रमुख ने परीक्षार्थियों से कॉपी और परीक्षा में गड़बड़ी के संबंध में साक्ष्य मांगे थे। 19 सितंबर को साक्ष्य लेने की तिथि बीतने के बाद जांच समिति के मुखिया ने अमर उजाला से कहा था कि शिक्षक भर्ती की कॉपियों का दोबारा मूल्यांकन होगा। इसके बाद उन्होंने टीम के सदस्यों को कॉपियों की जांच के लिए दोबारा भेजा है। टीम के सदस्यों को लगातार कॉपियों में मिल रही गड़बड़ी के बाद अब जांच की अवधि बढ़ने की संभावना है।
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परीक्षा नियामक कार्यालय पर दिन भर जमा रहे परीक्षार्थी
शिक्षक भर्ती परीक्षा की गड़बड़ी की जांच की मांग कर रहे परीक्षार्थी मंगलवार को भी दिनभर परीक्षा नियामक कार्यालय पर जमे रहे। परीक्षार्थियों ने कॉपियों की दोबारा जांच के साथ पूरी परीक्षा की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। परीक्षार्थियों ने सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी से मिलकर उन्हें ज्ञापन देकर मांग की कि परीक्षा निरस्त कर दोबारा परीक्षा कराई जाए। सचिव परीक्षा नियामक अनिल भूषण चतुर्वेदी का कहना था कि परीक्षा में गड़बड़ी का मामला हाईकोर्ट में लंबित है, कोर्ट के निर्देश के बाद ही शासन इस बारे में निर्णय लेगा।