वाराणसी (जेएनएन) : अंग्रेजी माध्यम के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों
का टोटा बना हुआ है। शिक्षकों के 107 पद रिक्त है। इसमें 21 हेड मास्टर भी
शामिल है। इसका असर पठन-पाठन पर पड़ रहा है।
छह माह में महज अब तक 35 फीसद
ही कोर्स पूरा हो सका है। जबकि अर्द्ध वार्षिक परीक्षा 26 अक्टूबर से होने
वाली है।
कान्वेंट स्कूलों के तर्ज पर वर्तमान सत्र से जनपद के 45 परिषदीय
विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई हो रही है। इन विद्यालयों को
कंप्यूटर, प्रोजेक्टर सहित अन्य सुविधाओं से लैस भी किए जा चुके हैं। वहीं
इन विद्यालयों में मानक के अनुसार अब भी शिक्षकों की कमी बनी हुई है। दूसरी
ओर बच्चों को मुफ्त पाठ्य पुस्तकें गत माह उपलब्ध कराई गई। मलदहिया स्थित
प्राइमरी स्कूल के कक्षा तीन के सुधाकर व रजनी तथा कक्षा पांच के विजय ने
बताया कि किताबें देर से मिलने के कारण अब तक महज 35 फीसद कोर्स पूरा किए
जा सके हैं। बच्चों ने बताया कि विद्यालय में पांच शिक्षक तैनात है।
हालांकि इसमें से दो शिक्षामित्र हैं। बीएसए जय सिंह ने बताया कि अंग्रेजी
माध्यम के विद्यालयों में 107 शिक्षक कम हैं। परिषदीय विद्यालयों में
नियुक्त शिक्षकों को ही अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों में भेजा जा रहा है।
इसके तहत शिक्षकों से आवेदन मांगे गए हैं। 107 शिक्षकों के सापेक्ष 426 ने
आवेदन किया है। वहीं 13 अक्टूबर में राजकीय क्वींस इंटर कालेज में हुई
परीक्षा में 283 अध्यापक उत्तीर्ण हुए हैं। इसमें 17 हेडमास्टर भी शामिल
हैं। लिखित परीक्षा में सफल सभी अध्यापकों को साक्षात्कार के लिए 31
अक्टूबर को सुबह दस बजे बीएसए दफ्तर बुलाया गया है। ऐसे में शिक्षकों की
कमी जल्द दूर कर ली जाएगी।
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