मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) में रविवार को बड़ी
संख्या में अभ्यर्थी उमड़े। दो पालियों में हुई परीक्षा में सिर्फ दो हजार
अभ्यर्थी ही अनुपस्थित रहे।
पहली पाली में प्राथमिक स्तर की परीक्षा में अभ्यर्थी गणित के सवालों में उलझे नजर आए। कालेज से प्रमाणित अंकतालिका न होने की वजह से सैकड़ों अभ्यर्थियों की परीक्षा छूट गई।
टेट के लिए मुरादाबाद में 31330 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। प्राथमिक स्तर की पाली में पंजीकृत 19313 अभ्यर्थियों में से 17950 अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए पहुंचे, जबकि 1363 अभ्यर्थी गैरहाजिर रहे। उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में पंजीकृत 12017 अभ्यर्थियों में से 11255 अभ्यर्थी उपस्थित हुए और 762 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। पहली पाली सुबह दस बजे से 12:30 बजे तक 38 केंद्रों पर और दूसरी पाली दोपहर तीन बजे से साढ़े पांच बजे तक 24 केंद्रों पर हुई। केंद्र व्यवस्थापकों और पर्यवेक्षक की तैनाती के अलावा नोडल अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। जिला विद्यालय निरीक्षक प्रदीप कुमार द्विवेदी के अनुसार दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़े गए युवकों के खिलाफ निरीक्षक एसटीएफ शाखा बरेली द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई है।
बीएड के अभ्यर्थियों के खिले चेहरे
इस बार टेट परीक्षा में बैठने के लिए बीएड डिग्री धारक अभ्यर्थियों को भी अनुमति मिली थी। सात वर्ष बाद परीक्षा देने की खुशी अभ्यर्थियों के चेहरे पर चमकती रही। वहीं, प्राथमिक शिक्षकों ने भी जूनियर स्कूलों में जाने की चाहत में परीक्षा दी। इसके अलावा शिक्षामित्र भी शिक्षक बनने की उम्मीद में टेट में बैठे।
अंकतालिका के चक्कर में छूटी परीक्षा
परीक्षा में शामिल होने के लिए वास्तविक अंकतालिका या फिर अंकतालिका की फोटोकापी संबंधित कालेज के अधिकारियों से प्रमाणित होने के निर्देश दिए गए थे। रविवार को सुबह जब परीक्षार्थी केंद्रों पर पहुंचे थे तो उनके पास अंकतालिका कालेज से प्रमाणित होने के बजाय दूसरे विभाग के अधिकारियों से प्रमाणित थी। जिसकी वजह से केंद्र व्यवस्थापकों ने उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी। इसको लेकर कई केंद्रों पर काफी देर तक हंगामा चलता रहा। नियमों के चलते अधिकारी भी कोई मदद नहीं कर सके और अभ्यर्थियों की परीक्षा छूट गई।
परीक्षा सही हुई है। दोनों पालियों के लिए फाइल में दो प्रवेश पत्र थे। यदि उसे केंद्र के बाहर रखते तो प्रवेश पत्र के चोरी होने का खतरा था। इसको लेकर थोड़ी झड़प हुई। पिछली बार से मुश्किल पेपर था। शिक्षा से संबंधित प्रश्न कम आए हैं। जूनियर का गणित मुश्किल था।
तारा सिंह, अभ्यर्थी।
प्राइमरी के पेपर में कहा था कि 30 प्रश्न पर्यावरण के आएंगे, लेकिन उसमें संविधान के दस प्रश्न और दो प्रश्न करंट अफेयर्स, दो प्रश्न विविध के थे। गणित कक्षा आठ के बजाय 12वीं का आया था। बाल विकास के प्रश्न बहुत मुश्किल थे। वह शोधार्थियों के स्तर के थे। बीएड और बीटीसी स्तर के नहीं थे।
ऋषिकेश सिंह, अभ्यर्थी।
पहली पाली में प्राथमिक स्तर की परीक्षा में अभ्यर्थी गणित के सवालों में उलझे नजर आए। कालेज से प्रमाणित अंकतालिका न होने की वजह से सैकड़ों अभ्यर्थियों की परीक्षा छूट गई।
टेट के लिए मुरादाबाद में 31330 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। प्राथमिक स्तर की पाली में पंजीकृत 19313 अभ्यर्थियों में से 17950 अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए पहुंचे, जबकि 1363 अभ्यर्थी गैरहाजिर रहे। उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में पंजीकृत 12017 अभ्यर्थियों में से 11255 अभ्यर्थी उपस्थित हुए और 762 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। पहली पाली सुबह दस बजे से 12:30 बजे तक 38 केंद्रों पर और दूसरी पाली दोपहर तीन बजे से साढ़े पांच बजे तक 24 केंद्रों पर हुई। केंद्र व्यवस्थापकों और पर्यवेक्षक की तैनाती के अलावा नोडल अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। जिला विद्यालय निरीक्षक प्रदीप कुमार द्विवेदी के अनुसार दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़े गए युवकों के खिलाफ निरीक्षक एसटीएफ शाखा बरेली द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई है।
बीएड के अभ्यर्थियों के खिले चेहरे
इस बार टेट परीक्षा में बैठने के लिए बीएड डिग्री धारक अभ्यर्थियों को भी अनुमति मिली थी। सात वर्ष बाद परीक्षा देने की खुशी अभ्यर्थियों के चेहरे पर चमकती रही। वहीं, प्राथमिक शिक्षकों ने भी जूनियर स्कूलों में जाने की चाहत में परीक्षा दी। इसके अलावा शिक्षामित्र भी शिक्षक बनने की उम्मीद में टेट में बैठे।
अंकतालिका के चक्कर में छूटी परीक्षा
परीक्षा में शामिल होने के लिए वास्तविक अंकतालिका या फिर अंकतालिका की फोटोकापी संबंधित कालेज के अधिकारियों से प्रमाणित होने के निर्देश दिए गए थे। रविवार को सुबह जब परीक्षार्थी केंद्रों पर पहुंचे थे तो उनके पास अंकतालिका कालेज से प्रमाणित होने के बजाय दूसरे विभाग के अधिकारियों से प्रमाणित थी। जिसकी वजह से केंद्र व्यवस्थापकों ने उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी। इसको लेकर कई केंद्रों पर काफी देर तक हंगामा चलता रहा। नियमों के चलते अधिकारी भी कोई मदद नहीं कर सके और अभ्यर्थियों की परीक्षा छूट गई।
परीक्षा सही हुई है। दोनों पालियों के लिए फाइल में दो प्रवेश पत्र थे। यदि उसे केंद्र के बाहर रखते तो प्रवेश पत्र के चोरी होने का खतरा था। इसको लेकर थोड़ी झड़प हुई। पिछली बार से मुश्किल पेपर था। शिक्षा से संबंधित प्रश्न कम आए हैं। जूनियर का गणित मुश्किल था।
तारा सिंह, अभ्यर्थी।
प्राइमरी के पेपर में कहा था कि 30 प्रश्न पर्यावरण के आएंगे, लेकिन उसमें संविधान के दस प्रश्न और दो प्रश्न करंट अफेयर्स, दो प्रश्न विविध के थे। गणित कक्षा आठ के बजाय 12वीं का आया था। बाल विकास के प्रश्न बहुत मुश्किल थे। वह शोधार्थियों के स्तर के थे। बीएड और बीटीसी स्तर के नहीं थे।
ऋषिकेश सिंह, अभ्यर्थी।