यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018
(यूपी टीईटी 2018) को लेकर लगातार आ रही आपत्तियों की वजह से 68,500
शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया दिसंबर के पहले हफ्ते में शुरू होने की संभावना
कम है. दरअसल, तमाम सावधानी बरतने के बावजूद इस बार भी 35 हजार से ज्यादा
आपत्तियां आई हैं.
अब अभ्यर्थियों की नजर संशोधित आंसर की पर है. अगर आपत्तियों के निस्तारण के बाद भी अभ्यर्थी संतुष्ट न हुए तो वे हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे और इससे 68,500 शिक्षक भर्ती में देरी होना तय है. परीक्षार्थियों ने लगभग दो दर्जन सवालों पर आपत्तियां दर्ज करवाई हैं. इनमें से किसी के भी निस्तारण से यदि वे संतुष्ट न हुए तो हाईकोर्ट में मामला जाना तय है.
गौरतलब है कि इस बार लगभग 17,83,716 अभ्यर्थियों ने टीईटी में पंजीकरण करवाया था. जिसके लिए 18 नवंबर को परीक्षा आयोजित की गई थी. लेकिन यदि मामला लटका तो शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू होने में देरी हो सकती है.
दरअसल, 5 दिसंबर से 68,500 शिक्षक भर्ती के आवेदन लिए जाने की योजना है. लेकिन टीईटी में पूछे गए सवालों पर आपत्ति के बाद मामला लटकता दिख रहा है. इससे पहले टीईटी 2017 का मामला भी हाईकोर्ट में लंबित है. अब टीईटी 2018 पर भी सवाल उठ रहे हैं. वहीं इससे पहले हुई 68,500 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा का मामला भी हाईकोर्ट में चल रहा है.
अब अभ्यर्थियों की नजर संशोधित आंसर की पर है. अगर आपत्तियों के निस्तारण के बाद भी अभ्यर्थी संतुष्ट न हुए तो वे हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे और इससे 68,500 शिक्षक भर्ती में देरी होना तय है. परीक्षार्थियों ने लगभग दो दर्जन सवालों पर आपत्तियां दर्ज करवाई हैं. इनमें से किसी के भी निस्तारण से यदि वे संतुष्ट न हुए तो हाईकोर्ट में मामला जाना तय है.
गौरतलब है कि इस बार लगभग 17,83,716 अभ्यर्थियों ने टीईटी में पंजीकरण करवाया था. जिसके लिए 18 नवंबर को परीक्षा आयोजित की गई थी. लेकिन यदि मामला लटका तो शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू होने में देरी हो सकती है.
दरअसल, 5 दिसंबर से 68,500 शिक्षक भर्ती के आवेदन लिए जाने की योजना है. लेकिन टीईटी में पूछे गए सवालों पर आपत्ति के बाद मामला लटकता दिख रहा है. इससे पहले टीईटी 2017 का मामला भी हाईकोर्ट में लंबित है. अब टीईटी 2018 पर भी सवाल उठ रहे हैं. वहीं इससे पहले हुई 68,500 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा का मामला भी हाईकोर्ट में चल रहा है.