इलाहाबाद। योगी सरकार द्वारा दिसंबर महीने के पहले
सप्ताह में प्रस्तावित 68500 सहायक अध्यापक के लिए अभ्यर्थियों को अभी और
इंतजार करना पड़ेगा। इस भर्ती का दिसंबर महीने के पहले सप्ताह में शुरू हो
पाना मुश्किल हो गया है। इसके पीछे की वजह उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता
परीक्षा है।
क्योंकि इस परीक्षा में पूछे गए सवालों को लेकर विवाद तेज होता जा रहा है। हजारों की संख्या में टीईटी अभ्यर्थियों ने आपत्तियां परीक्षा नियामक कार्यालय प्राधिकारी कार्यालय में दर्ज कराई है। इन आपत्तियों को सुलझाने में ही काफी वक्त लग जाएगा। उसके बाद ही टीईटी का फाइनल आंसर व रिजल्ट जारी किया जाएगा। टीईटी के रिजल्ट को जारी करने में काफी वक्त लग सकता है इसलिए सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाया जा सकता है।
पहले टीईटी रिजल्ट
सरकार
ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को इस बाबत निर्देश दिया था कि
टीईटी प्रश्न पत्र में ऐसे प्रश्न ना पूछे जाएं जिनसे की उन पर विवाद हो।
लेकिन, लापरवाही की हद है कि 2 दर्जन से अधिक प्रश्नों पर सीधी तौर पर
विवाद सामने आया है और हजारों की संख्या में आपत्तियां दर्ज की गई हैं।
परीक्षा नियामक सचिव ने भी स्पष्ट कर दिया है कि अभी टीईटी परीक्षा का
रिजल्ट प्राथमिकता है। रिजल्ट जारी होने के बाद ही सहायक अध्यापक भर्ती का
नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। फिलहाल टीईटी परीक्षा की आंसर की पर
अभ्यर्थियों द्वारा दर्ज कराई गई आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद 30
नवंबर को दोबारा आंसर की जारी की जानी है। यह पूरी संभावना है कि दूसरी
आंसर की में भी कुछ विवादित प्रश्नों के उत्तर बदले नहीं होंगे। जिसे लेकर
अभ्यर्थी फिर से आपत्ति करेंगे और अगर परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय
की ओर से अभ्यार्थियों को संतुष्ट नहीं किया गया तो यह मामला एक बार फिर से
इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंच जाएगा और रिजल्ट हाईकोर्ट के आदेश पर ही डिपेंड
करेगा। जिसका साफ तौर पर असर आया होगा कि आगामी 68500 सहायक अध्यापक भर्ती
कुछ समय के लिए और पीछे खिसक जाएगी।
दिसंबर में प्रस्तावित है भर्ती
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पिछले दिनों विवादों में घिरी रही 68500 सहायक अध्यापक भर्ती का जैसे-तैसे रिजल्ट जारी कर चयनितों को जॉइनिंग दे दी थी। लेकिन, यह भर्ती अभी भी विवादों में फंसी हुई है । हाईकोर्ट के आदेश के बाद व जांच कमेटी के अनुशंसा पर पुनर्मूल्यांकन का कार्य होना है। वहीं, सरकार ने दूसरी नई भर्ती का ऐलान कर दिया था और 11 दिसंबर से 68500 सहायक अध्यापक की नई भर्ती शुरू हो रही थी । लेकिन, टीईटी परीक्षा में प्रश्नों के विवाद ने सरकार की समस्या बढ़ा दी है। अब पहले टीईटी का मामला सुलझाना पड़ेगा, उसके बाद ही सहायक अध्यापक भर्ती शुरू हो सकेगी । चूंकि टीईटी पास करने वाले ही सहायक अध्यापक भर्ती में हिस्सा ले सकते हैं, ऐसे में रिजल्ट जारी होने से पहले शिक्षक भर्ती नहीं शुरू की जाएगी।
क्योंकि इस परीक्षा में पूछे गए सवालों को लेकर विवाद तेज होता जा रहा है। हजारों की संख्या में टीईटी अभ्यर्थियों ने आपत्तियां परीक्षा नियामक कार्यालय प्राधिकारी कार्यालय में दर्ज कराई है। इन आपत्तियों को सुलझाने में ही काफी वक्त लग जाएगा। उसके बाद ही टीईटी का फाइनल आंसर व रिजल्ट जारी किया जाएगा। टीईटी के रिजल्ट को जारी करने में काफी वक्त लग सकता है इसलिए सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाया जा सकता है।
पहले टीईटी रिजल्ट
दिसंबर में प्रस्तावित है भर्ती
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पिछले दिनों विवादों में घिरी रही 68500 सहायक अध्यापक भर्ती का जैसे-तैसे रिजल्ट जारी कर चयनितों को जॉइनिंग दे दी थी। लेकिन, यह भर्ती अभी भी विवादों में फंसी हुई है । हाईकोर्ट के आदेश के बाद व जांच कमेटी के अनुशंसा पर पुनर्मूल्यांकन का कार्य होना है। वहीं, सरकार ने दूसरी नई भर्ती का ऐलान कर दिया था और 11 दिसंबर से 68500 सहायक अध्यापक की नई भर्ती शुरू हो रही थी । लेकिन, टीईटी परीक्षा में प्रश्नों के विवाद ने सरकार की समस्या बढ़ा दी है। अब पहले टीईटी का मामला सुलझाना पड़ेगा, उसके बाद ही सहायक अध्यापक भर्ती शुरू हो सकेगी । चूंकि टीईटी पास करने वाले ही सहायक अध्यापक भर्ती में हिस्सा ले सकते हैं, ऐसे में रिजल्ट जारी होने से पहले शिक्षक भर्ती नहीं शुरू की जाएगी।