बरेली। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में
बरेली में तैनात रहे दो बेसिक शिक्षा अधिकारी और दो सहायक बेसिक
शिक्षाधिकारियों समेत 15 लोगों पर 18 साल बाद कानून का शिकंजा कसने जा रहा
है। विजिलेंस मामले की जांच पूरी करने के बाद अब चार्जशीट लगाने की तैयारी
कर रही है। इसके लिए विजिलेंस ने बीएसए से 15 शिक्षक/कर्मियों का ब्योरा
तलब किया है।
वर्ष 2002 में बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति और उनकी
ट्रांसफर-पोस्टिंग के मामले का खुलासा हुआ था। शिकायतों के बाद पहले
विभागीय जांच शुरू हुई लेकिन मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। बाद में
तत्कालीन एबीएसए भुता राजेंद्र प्रसाद गंगवार ने मामला पकड़ा था और फर्जी
शिक्षकों के खिलाफ थाना फरीदपुर और सुभाषनगर में मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस ने जांच की तो कई शिक्षकों के पते फर्जी पाए गए, जिस स्कूलों में
उनकी पोस्टिंग बताई गई थी, वे वहां तैनात ही नहीं थे। इस पर पुलिस ने
रिपोर्ट लगाकर मामला बंद कर दिया। बताते हैं कि मामला जब सुर्खियों में आया
तो तत्कालीन डीएम ने मामले की विजिलेंस जांच के आदेश दिए। विजिलेंस ने
जांच शुरू की तो बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों ने एक भी शिक्षक या कर्मी का
ब्योरा नहीं दिया। हालांकि, विजिलेंस ने कइयों का रिकॉर्ड हासिल कर लिया।
अब एक बार फिर विजिलेंस ने फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति के दौरान तैनात रहे
अधिकारियों और कर्मचारियों को फर्जीवाड़े में शामिल मानते हुए कार्रवाई
शुरू कर दी है।
इनका ब्योरा विजिलेंस ने किया तलब
विजिलेंस ने तत्कालीन तैनात रहे छह प्रधानाध्यापक, आठ सहायक अध्यापक, एक ऑफिस क्लर्क का ब्योरा बीएसए से मांगा है। इसमें सहायक अध्यापक राधेश्याम रस्तोगी, अंजू गु़प्ता, अशफाक, राम प्रताप गंगवार, राजपाल, अनूप कुमार, ओम प्रकाश, शाहिद खां, प्रधानाध्यापक राम स्वरूप गंगवार, चमरौआ स्कूल के जंग बहादुर शर्मा, रमपुरा स्कूल के श्यामसुंदर, सुकटिया स्कूल के रघुनंदन प्रसाद, कुरमुरी स्कूल के सत्यप्रकाश गंगवार, केहरा स्कूल के इशरत अली समेत कार्यालय नगर शिक्षा अधिकारी में कार्यरत रहे अरुण कुमार सक्सेना शामिल हैं।
तीन दिन में जमा करनी होगी रिपोर्ट
बीएसए ने सभी बीईओ को निर्देश जारी कर तीन दिन में शिक्षक/कर्मियों का वर्तमान पता, दूरभाष नंबर, किसी की मृत्यु हो गई है तो प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने को कहा है। निर्देश के अनुपालन में किसी भी तरह की शिथिलता या लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
मामले की पूरी जानकारी नहीं है। विजिलेंस ने तत्कालीन तैनात रहे शिक्षक, कर्मचारी, प्रधानाध्यापकों का ब्योरा तलब किया है। बीइओ को सूची के अनुसार अपने क्षेत्र के लोगों का ब्योरा देने के निर्देश दिए हैं। - तनुजा त्रिपाठी, बीएसए
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इनका ब्योरा विजिलेंस ने किया तलब
विजिलेंस ने तत्कालीन तैनात रहे छह प्रधानाध्यापक, आठ सहायक अध्यापक, एक ऑफिस क्लर्क का ब्योरा बीएसए से मांगा है। इसमें सहायक अध्यापक राधेश्याम रस्तोगी, अंजू गु़प्ता, अशफाक, राम प्रताप गंगवार, राजपाल, अनूप कुमार, ओम प्रकाश, शाहिद खां, प्रधानाध्यापक राम स्वरूप गंगवार, चमरौआ स्कूल के जंग बहादुर शर्मा, रमपुरा स्कूल के श्यामसुंदर, सुकटिया स्कूल के रघुनंदन प्रसाद, कुरमुरी स्कूल के सत्यप्रकाश गंगवार, केहरा स्कूल के इशरत अली समेत कार्यालय नगर शिक्षा अधिकारी में कार्यरत रहे अरुण कुमार सक्सेना शामिल हैं।
तीन दिन में जमा करनी होगी रिपोर्ट
बीएसए ने सभी बीईओ को निर्देश जारी कर तीन दिन में शिक्षक/कर्मियों का वर्तमान पता, दूरभाष नंबर, किसी की मृत्यु हो गई है तो प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने को कहा है। निर्देश के अनुपालन में किसी भी तरह की शिथिलता या लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
मामले की पूरी जानकारी नहीं है। विजिलेंस ने तत्कालीन तैनात रहे शिक्षक, कर्मचारी, प्रधानाध्यापकों का ब्योरा तलब किया है। बीइओ को सूची के अनुसार अपने क्षेत्र के लोगों का ब्योरा देने के निर्देश दिए हैं। - तनुजा त्रिपाठी, बीएसए
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