गोंडा। विकासखंड छपिया के प्राइमरी स्कूल दरियापुर में छत का प्लास्टर
गिरने की घटना के बाद डीएम डॉ. नितिन बंसल की सख्ती का असर दिखने लगा है।
डीएम के आदेश पर जिले में कुल 586 ऐसे विद्यालयों का सर्वे कराकर चिन्हांकन
किया गया है। जहां के भवन या तो ध्वस्त किए जाएंगे या फिर उनकी मरम्मत का
कार्य कराया जाएगा।
बुधवार को डीएम ने बेसिक शिक्षा विभाग, पंचायतीराज विभाग तथा लोक निर्माण
विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण एवं मरम्मत
की रूपरेखा तय की। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनिराम सिंह ने बताया कि जिले
में कुल 586 जर्जर स्कूलों का चिन्हांकन सर्वे कराकर किया गया है जिनमें
ब्लाक झंझरी में 16, पंडरी में 16, मुजेहना में 20, कटरा में 81, परसपुर
में 64, बेलसर में 56, नवाबगंज में 33, छपिया में 51, इटियाथोक में 20,
रूपईडीह में 50, करनैलगंज में 25, हलधरमउ में 31, तरबगंज में 32, वजीरगंज
में 09, मनकापुर में 27, बभनजोत में 43 तथा नगरीय क्षेत्र में 12 भवन शामिल
हैं। ड
ीएम ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को 30 अगस्त तक ऐसे सभी विद्यालयों का स्थलीय जांच कर तकनीकी रिपोर्ट देने के सख्त निर्देश दिए हैं। डीएम ने कहा कि वे इसकी रिपोर्ट तकनीकी आंगणन के आधार पर देंगे कि भवन ध्वस्त कराने योग्य है अथवा मरम्मत के योग्य हैं। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से समन्वय बनाकर अपने-अपने क्षेत्रों के चिन्हांकित विद्यालयों की तकनीकी रिपोर्ट तैयार कराएं। उन्होंने बीएसए को स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसे स्कूलों में शिक्षण कार्य कतई न कराया जाय। बैठक में बीएसए मनिराम सिंह, डीपीआरओ घनश्याम सागर, सभी खण्ड शिक्षा अधिकारीगण तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
ीएम ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को 30 अगस्त तक ऐसे सभी विद्यालयों का स्थलीय जांच कर तकनीकी रिपोर्ट देने के सख्त निर्देश दिए हैं। डीएम ने कहा कि वे इसकी रिपोर्ट तकनीकी आंगणन के आधार पर देंगे कि भवन ध्वस्त कराने योग्य है अथवा मरम्मत के योग्य हैं। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से समन्वय बनाकर अपने-अपने क्षेत्रों के चिन्हांकित विद्यालयों की तकनीकी रिपोर्ट तैयार कराएं। उन्होंने बीएसए को स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसे स्कूलों में शिक्षण कार्य कतई न कराया जाय। बैठक में बीएसए मनिराम सिंह, डीपीआरओ घनश्याम सागर, सभी खण्ड शिक्षा अधिकारीगण तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।