उच्च प्राथमिक विद्यालयों में परीक्षा से सामने आएगी 'लर्निंग आउटकम' की हकीकत Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों ने एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। कुछ दिनों पहले स्कूलों में जिस 'लर्निंग आउटकम' व्यवस्था को लागू किया गया, उसमें बच्चों ने क्या सीखा। इसकी हकीकत परीक्षा के माध्यम से परखी जाएगी।

प्रदेश में पहली बार पांचवीं से आठवीं तक के बच्चों का मूल्यांकन करने के लिए दो चरणों में होने वाली इन परीक्षाओं के तहत पहले चरण की परीक्षा आठ नवंबर को होगी। दूसरे चरण की परीक्षा फरवरी में होगी। इसके बाद 25 नवंबर को परिणाम प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। अफसरों का कहना है कि परीक्षा से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का स्तर सामने आ जाएगा। एडी बेसिक केसी भारती कहते हैं कि लर्निंग आउटकम की हकीकत परखने के लिए परीक्षा आयोजित कराई जाएगी। इसमें सभी बच्चे प्रतिभाग करेंगे। किसी तरह की लापरवाही हुई तो संबंधित बीएसए के खिलाफ कार्रवाई होगी।

कमजोर छात्रों के लिए मेहनत करेंगे शिक्षक

छात्र जिन विषयों में कम अंक हासिल कर पाए, उसके कारणों की जानकारी के बाद उन विषयों की अतिरिक्त पढ़ाई कराई जाएगी। परीक्षा के दौरान जोड़-घटाना, सम-विषम, तर्क चिंतन और कल्पना पर आधारित सवाल पूछे जाएंगे। तय समय में छात्र-छात्राओं को उनका जवाब देना होगा।