प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान से प्रभावित होकर सदर ब्लाक क्षेत्र के सराय बहेलिया गांव के प्रधान महेंद्र कुमार गुप्ता धार दे रहे हैं। वह खुद के साथ गांव के दर्जन भर लोगों के साथ साफ-सफाई करते हैं। महेंद्र की इस पहल को देखते हुए गांव के अन्य लोग भी अपने घर के आस-पास की सफाई कर रहे हैं। वह घर से निकलने वाले कचरे को अपने डस्टबिन में डालते हैं। इसके बाद उसे घर से कुछ दूर पर इकट्ठा करते हैं। जिसे सफाई कर्मी हटाते हैं।
गरीबों की मदद करने, सामाजिक क्षेत्रों में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाने वाले महेंद्र अपनी लोकप्रियता के चलते 29 साल की उम्र में दिसंबर 2015 में ग्राम प्रधान चुने गए। ग्राम पंचायत की खुद द्वारा साफ-सफाई किए जाने के बाबत उनको पूर्व सीडीओ राज कमल यादव सहित अन्य कई अफसर सम्मानित कर चुके हैं। महेंद्र सुबह उठने के बाद सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय पहुंचते हैं। खुद के साथ गांव के अन्य के साथ विद्यालय परिसर की सफाई करते हैं। परिसर में लगे फूलों व पेड़-पौधों में पानी डालते हैं। इसके साथ ही वह गांव के लोगों को भी अपने घर के साथ आसपास की सफाई करने के लिए प्रेरित करते हैं। महेंद्र ने बताया कि बचपन से ही साफ-सफाई करने का शौक था। जब प्रधान की बागडोर हाथों में मिली तो यह संकल्प लिया कि जब देश के प्रधानमंत्री साफ-सफाई करके लोगों को जागरूक कर सकते हैं तो ऐसा हम लोग क्यों नहीं कर सकते। हम सभी लोगों के प्रयास का नतीजा यह रहा कि अब हमारा गांव कचरा मुक्त हो जाएगा। जागरूकता का असर यह रहा कि गांव के लोग कूड़ा-कचरा सड़क पर फेंकना बंद कर दिए हैं। घर पर ही डस्टबिन रख लिए हैं। यहां तक कि लोग खुले में शौच करने जाना भी बंद कर दिए हैं। वह सबसे आग्रह करते हैं कि साफ-सफाई को सबको अपनी आदत में डालना चाहिए।
डा. राधेश्याम मौर्य
सदर क्षेत्र के सराय बहेलिया गांव में प्रधान के साथ प्राथमिक विद्यालय की साफ-सफाई करते लोग ’ सौ. ग्राम प्रधान
महेंद्र कुमार गुप्ता
पीएम के स्वच्छता अभियान से प्रभावित होकर गांव को कचरा मुक्त करने का लिया संकल्प, सदर में सराय बहेलिया के प्रधान महेंद्र गुप्ता खुद करते साफ-सफाई