लम्बे समय बाद खुले स्कूल, पहले दिन स्कूलों में 31 फीसदी ही आए विद्यार्थी

 लम्बे अरसे बाद स्कूल तो खुले लेकिन विद्यार्थियों की रौनक से गुलजार नहीं हो पाए। प्रदेश में स्कूल खुलने के पहले दिन विद्यार्थियों की उपस्थिति लगभग 31 फीसदी रही। प्रदेश के विभिन्न बोर्डों के माध्यमिक स्कूलों में

कक्षा 9 से 12 तक 1.02 करोड़ विद्यार्थी पढ़ते हैं। विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने पहले दिन निरीक्षण की कमान खुद संभाली और उन्होंने भी लखनऊ के तीन स्कूलों का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा किया।


कोरोना संक्रमण के कारण मार्च से बंद स्कूल सोमवार को खोले गए। सुश्री शुक्ला ने राजकीय कन्या विद्यालय गोमती नगर, कैथ्रेडिल स्कूल हजरतगंज व लखनऊ पब्लिक स्कूल गोमती नगर का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और विद्यार्थियों से भी बात की। उन्होंने उपस्थित अध्यापिकाओं तथा छात्र-छात्राओं को मिशन शक्ति के विषय में भी जानकारी दी और प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिए कि अभिभावकों की सहमति भी रजिस्टर में अंकित की जाए। उनके साथ विभागीय निदेशक विनय कुमार पाण्डेय भी मौजूद रहे। इसके अलावा शासन व विभागीय अधिकारियों ने अपने आवंटित जिलों में स्कूलों का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी। सभी स्कूलों में सैनेटाइजर, सैनेटाइजेशन, साफ-सफाई व अन्य बिन्दुओं पर निरीक्षण किया गया। 33 फीसदी ने ही दिए सहमति पत्रप्रदेश के 28474 माध्यमिक स्कूलों में 1,02,89,154 विद्यार्थी पंजीकृत हैं लेकिन 34,68,933 विद्यार्थियों को स्कूल जाने के लिए अभिभावकों ने सहमति पत्र दिए। इनमें से 21,661 स्कूलों में स्कूल अभिभावक संघ की बैठक भी आयोजित की गई थी। स्कूल दो पालियों में चलाए जाने हैं। पहली पाली में कक्षा 9 व 10 और दूसरी पाली में कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों को बुलाया गया।