कानपुर : कंप्यूटर साइंस विषय में कॅरियर बनाने की ख्वाहिश रखने वाले छात्र-छात्रओं को स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करने के लिए पांच-छह साल इंतजार नहीं करना होगा।
12 वीं की परीक्षा पास करने वाले छात्र-छात्रएं एमएससी कंप्यूटर इंटीग्रेटेड की डिग्री चार साल में ले सकेंगे। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) प्रदेश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय होगा जहां सत्र 2021-22 से इंटीग्रेटेड कंप्यूटर साइंस कोर्स शुरू करने की तैयारी है।विवि के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआइईटी) ने एमएससी इंटीग्रेटेड इन कंप्यूटर साइंस कोर्स का मसौदा तैयार कर लिया है। यूआइईटी निदेशक की स्वीकृति के बाद अब इसे एकेडमिक काउंसिल में रखने की तैयारी है। कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने वालों के सामने एमटेक का विकल्प ही रहता है। 12वीं के बाद एमटेक की पढ़ाई छह वर्ष की होती है जबकि किसी भी विषय से एमएससी करने के लिए छात्र बीएससी व एमएससी की लगातार पांच वर्ष तक पढ़ाई करते हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कंप्यूटर साइंस विषय के साथ एमएससी का कोर्स डिजाइन किया है। यूआइईटी के निदेशक डा. रवींद्रनाथ कटियार ने बताया कि 12वीं के बाद छात्रों का समय बचाने के लिए यह नया कोर्स शुरू करने की योजना है। एमएससी के इस कोर्स के बाद पीएचडी करने के साथ छात्र-छात्रएं मल्टीनेशनल कंपनी में काम भी कर सकेंगे।
उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने शुरू की नई भर्ती की प्रक्रिया
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने असिस्टेंट प्रोफेसर पद की भर्ती निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयोग ने ऑनलाइन आवेदन लेने, लिखित परीक्षा व इंटरव्यू का रिजल्ट घोषित करने सहित अन्य कार्यो के लिए एजेंसियों का चयन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।