आजमगढ़। ब्लाक संसाधन केंद्रों पर कामकाज के संसाधन तो उपलब्ध करा दिए गए हैं लेकिन उसका पूरा लाभ शिक्षा विभाग में नहीं दिख रहा है। ऐसे में खंड शिक्षा अधिकारी दफ्तरों के संसाधन, उनके उपयोग और
कामकाज के तरीके की समीक्षा की जाएगी। इसकी जिम्मेदारी डायट प्राचार्य को सौंपी गई है। वे जनपद के सभी बीईओ कार्यालयों का निरीक्षण कर 15 दिन में अपनी रिपोर्ट भेजेंगे, जिसके आधार पर बीईओ का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा।राष्ट्रीय प्रेरणा मिशन के तहत शिक्षकों को ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षण देकर शिक्षा में नवाचार के लिए तैयार करना था। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों के दफ्तर में प्रशिक्षण के लिए जरूरी कंप्यूटर, फोटोकॉपी मशीन, इंवर्टर, लैपटॉप, प्रोजेक्टर जैसे संसाधन मुहैया कराए गए थे। शिक्षकों को प्रशिक्षण तो दूर संसाधनों की कमी का बहाना बनाकर तमाम ब्लाक संसाधन केंद्र से राज्य परियोजना विभाग की ओर से मांगी सूचनाएं तक समय से नहीं भेजी जाती हैं।
लिहाजा शासन ने सभी ब्लाक संसाधन केंद्रों के कामकाज, उपलब्ध संसाधनों का विवरण तैयार कराना शुरू किया है । जांच का काम डायट के प्राचार्य को सौंपा गया है।
डायट के प्राचार्य अमर नाथ राय ने बताया कि राज्य परियोजना को कई जनपदों से शिकायत मिली थी कि ब्लाकों से जो जानकारियां मांगी जाती हैं, वह समय से नहीं मिलती हैं। जल्द ही निरीक्षण पूरा कर परियोजना कार्यालय को रिपोर्ट भेज दी जाएगी।