लखनऊ। सीबीएसई से संबद्ध लखनऊ के सभी स्कूल कक्षा 9 और 11 की अंतिम गृह परीक्षाएं अनिवार्य रूप से ऑफलाइन कराएंगे। वहीं, बोर्ड ने 2021-22 का सेशन पूर्व की तरह एक अप्रैल से शुरू कराने की अनुमति दे दी है। एडवाइजरी जारी होने के बाद स्कूलों ने तैयारी शुरू कर दी है।
बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज की ओर से जारी पत्र में कहा गया कि 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं कराएं, ताकि छात्रों का सही से मूल्यांकन हो सके। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए एग्जामिनेशन बाइलॉज के तहत परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं। सीबीएसई के लोकल कोऑर्डिनटर डॉ. जावेद आलम खान ने बताया कि परीक्षा ऑफलाइन कराना अनिवार्य है। कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई और टेस्ट होने से छात्रों के बीच लर्निंग गैप बढ़ गया है। इसका सही से मूल्यांकन होना चाहिए। इसके लिए ऑफलाइन परीक्षा कराना अनिवार्य है।
जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल के चेयरमैन सर्वेश गोयल ने बताया कि यह जानना जरूरी है कि छात्रों की पढ़ाई कोरोना की वजह कितनी प्रभावित हुई है। उनमें अभी कितनी कमी है। इसके लिए ऑफलाइन परीक्षा से मूल्यांकन कराना अनिवार्य है। सीबीएसई स्कूलों के संगठन सहोदय की सदस्य व वरदान इंटरनेशनल एकेडमी की प्रधानाचार्या ऋचा खन्ना ने बताया कि सभी स्कूल ऑफलाइन परीक्षा कराने के लिए तैयार हैं। बोर्ड ने स्कूलों को एक अप्रैल से नया सेशन शुरू करने की भी अनुमति दे दी है। डॉ. जावेद आलम खान ने बताया कि स्कूलों की इच्छा पर है। यदि उनका कोर्स खत्म हो गया है तो वे 25 मार्च से भी सेशन शुरू कर सकते हैं।
पढ़ाई की भरपाई के लिए कराएं ब्रिज कोर्स
9वीं और 11वीं के छात्रों की ऑफलाइन परीक्षा कराने पर मूल्यांकन के बाद छात्रों में जो भी कमियां नजर आएं, उनकी भरपाई करने के लिए बोर्ड ने ब्रिज कोर्स कराने की सलाह दी है। नया सेशन शुरू करने पर इसे कराया जा सकता है। वहीं, जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल के चेयरमैन सर्वेश गोयल ने बताया कि कोर्स पहले ही खत्म किया जा चुका है। लर्निंग गैप को भरने के लिए छात्रों की ऑफलाइन कक्षाओं के जरिये रिवीजन कराया जा रहा है।