लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश के एडेड माध्यमिक कॉलेजों की प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक व प्रवक्ता (टीजीटी-पीजीटी) 2021 भर्ती में आरक्षण का लाभ सिर्फ यूपी के निवासियों को ही मिलेगा। इसका लाभ लेने के लिए उन्हें संबंधित प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होगा। उत्तर प्रदेश के बाहर के अभ्यर्थियों को सामान्य वर्ग का माना जाएगा। भर्ती में पहली बार आर्थिक रूप से पिछड़े यानी ईडब्ल्यूएस को भी 10 फीसद आरक्षण का लाभ मिलेगा। इन दिनों भर्ती के लिए पंजीकरण व आवेदन प्रक्रिया चल रही है, अंतिम तारीख 15 अप्रैल है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (यूपीएसईएसएसबी) ने 15 मार्च को टीजीटी-पीजीटी 2021 भर्ती का विज्ञापन जारी किया है। टीजीटी के 12,603 व पीजीटी के 2595 सहित कुल 15,198 पदों के लिए इन दिनों आवेदन लिए जा रहे हैं। परीक्षा नियंत्रक की ओर से कहा गया है कि अभ्यर्थी आवेदन सावधानी से करें, क्योंकि उन्हें संशोधन का अवसर नहीं मिलेगा। यदि अभ्यर्थी दोनों परीक्षाओं में अर्ह है तो अलग-अलग दोनों के लिए आवेदन कर सकता है, उनकी परीक्षाएं अलग तारीखों में होंगी। अभी परीक्षा तारीख तय नहीं है, समय पर सूचित किया जाएगा। साथ ही आवेदन की अंतिम तारीख तक अर्हता पूरी होने पर अभ्यर्थी पात्र होंगे।
टीजीटी-पीजीटी भर्ती परीक्षा में पहली बार लिखित परीक्षा में तदर्थ शिक्षक भी शामिल हो रहे हैं। उनके लिए निर्देश है कि वे जिस संवर्ग में तदर्थ रूप में कार्यरत हैं उसी संवर्ग में आवेदन करने पर ही सेवा अनुभव के आधार पर वेटेज दिया जाएगा। उनकी सेवा अवधि की गणना कोषागार से वेतन भुगतान होने की तारीख से लेकर आवेदन की अंतिम तारीख के मध्य की जाएगी। वहीं, शिक्षण सेवा का सत्यापन जिला विद्यालय निरीक्षक करेंगे।
भर्ती में कम से कम 21 और अधिकतम 60 वर्ष तक के अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। भर्ती में कोई पुरुष अभ्यर्थी बालिका संस्था के लिए मान्य नहीं होगा। यह नियम संगीत विषय व नेत्रहीन अभ्यर्थी पर लागू नहीं होगी। वहीं, महिला अभ्यर्थी दोनों वर्गों बालक-बालिका के लिए मान्य होंगी, किंतु आवेदनपत्र में किसी एक वर्ग का उल्लेख करना अनिवार्य है। निर्देश है कि एक विषय, एक समय में एक ही वर्ग में आवेदन मान्य होगा। वहीं, एक से अधिक आवेदन होने पर अंतिम आवेदन को ही मान्य किया जाएगा।