आकांक्षी जिलों के शिक्षकों को भी अंतर्जनपदीय स्थानांतरण का दें मौका

 श्रावस्ती : अंतरजनपदीय स्थानांतरण में आकांक्षी जिलों में तैनात शिक्षकों को भी शामिल करने की मांग करते मंगलवार को शिक्षकों का प्रतिनिधि मंडल कलेक्ट्रेट पहुंचा। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट शिवध्यान पांडेय को सौंपा गया।


शिक्षक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि अंतरजनपदीय स्थानांतरण में प्रदेश के आठ आकांक्षी जिलों के बेसिक शिक्षकों को शामिल नहीं किया गया है। अपने घर परिवार से दूर रहकर पिछड़े क्षेत्र में सेवा करने वाले शिक्षकों को इनाम देने के बजाय दंड दिया जा रहा है।

रविशंकर पांडेय ने कहा कि ट्रांसफर न होने से आकांक्षी जिलों के शिक्षक कुंठाग्रस्त हैं। इससे उनमें रोष व्याप्त है। स्वप्निल पांडेय, अंशू रानी व आरती गुप्ता ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के सहारे अभियान चलाकर विरोध जताया जा चुका है। सरकार ने आकांक्षी जिलों के शिक्षकों के हित में उचित निर्णय नहीं लिया तो शिक्षक जमीन पर उतरकर संघर्ष करने को बाध्य होंगे शिक्षक रामगोपाल गंगवार, पौरुष सिंह, रामनरेश, अनुज त्रिपाठी, सुनीता यादव, सुषमा सैनी शारदा यादव, धर्मेंद्र कुमार, हाकिम सिंह मौजूद रहे।

शिक्षकों ने की आकांक्षात्मक जिलों से स्थानांतरण की मांग

बहराइच :- आकांक्षात्मक जिलों से स्थानांतरण की मांग को लेकर मंगलवार को शिक्षकों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में गृह जिले में स्थानांतरण करने की मांग मुख्यमंत्री से की। बेसिक शिक्षकों ने ज्ञापन सप्ताह चला रखा है। प्रदेश के आठ विशेष आकांक्षी जिलों में बहराइच भी शामिल है। शिक्षक प्रभात शुक्ल व रत्नेश पाल ने बताया कि आकांक्षी जिलों के शिक्षकों के साथ हुए भेदभाव को सरकार समाप्त करे। कई शिक्षक 10 साल से भी अधिक समय से अपने गृह जिले व परिवार से दूर हैं। दोबार स्थानांतरण किए गए, किंतु नाममात्र स्थानांतरण न होने तक लड़ाई जारी रहेगी। ट्विटर अभियान भी चलाया गया। इस मौके पर राहुल शर्मा, लक्ष्मीकांत दुबे, राकेश शुक्ल, सुशील शर्मा, विजयनारायण गर्ग, दीपक यादव, उमाकांत त्रिपाठी, श्रवण पांडेय, राहुल शर्मा, चंद्रभूषण, रश्मि प्रभाकर, प्रदीप पांडेय, पूनम सिंह, अमित सिंह शामिल रहे।