बदायूं, अंतर जनपदीय तबादला नीति के तहत सूची में शामिल शिक्षकों में रिलीव होने के लिये आपाधापी मची हुयी है। इसी बात का लाभ बीआरसी केंद्रों पर उठाया जा रहा है। कई बीआरसी केंद्र पर शिक्षकों को रिलीव करने के बदले में सुविधा शुल्क लेने की शिकायतें अफसरों के पास पहुंची हैं।
बेसिक शिक्षा परिषद सचिव द्वारा अंतर जनपदीय तबादलों की जो सूची जारी की गयी है, उनमें 448 शिक्षक शामिल हैं। यह शिक्षक अपने गृह जनपद या फिर गृह जनपद के समीप वाले जनपद में जा रहे हैं। सूची में नाम आने वाले शिक्षकों को रिलीव किया जा रहा है। पहले शिक्षक स्कूल फिर बीआरसी से रिलीव किये जा रहे हैं। बीआरसी के बाद बीएसए कार्यालय से रिलीव हो रहेअंतर जनपदीय तबादला के तहत 448 शिक्षकों का हुआ तबादला हैं। कुछ बीआरसी केंद्र से शिक्षकों को रिलीव करने के बदले में सुविधा शुल्क लिया जा रहा है। जिसकी शिकायत अफसरों के पास पहुंच चुकी हैं। अफसरों की ओर से सुविधा शुल्क लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। बीएसए स्वाती भारती ने बताया कि इस प्रकार की मेरे पास कोई शिकायत नहीं आयी है, अगर कोई प्रकरण आता है तो जांच कर कार्रवाई की जायेगी।
50 शिक्षक रिलीव हुए
बिना भारांक वाले 50 शिक्षकों की रिलीविंग हो चुकी है। ये शिक्षक अपने गृह जनपद में गये हैं, या फिर मंडल में गये हैं। यहां से रिलीव होने के बाद शिक्षक अपने यहां मुख्यालय पर कार्यभार ग्रहण करेंगे। इसके बाद बीआरसी केंद्र और फिर स्कूल में कार्यभार संभालेंगे।
रिलीविंग पर रोक
69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती वाले शिक्षकों की रिलीविंग पर हाईकोर्ट के आदेश पर फिलहाल रोक लगा दी गयी है। ऐसे में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती वाले शिक्षक फिलहाल अग्रिम आदेश न आने तक जनपद से रिलीव नहीं हो पायेंगे।
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