बरेली, यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्रों की अनंतिम सूची चर्चा में बनी हुई है। परीक्षा केंद्र बनाने में मानकों की खूब धज्जियां उड़ाई गईं। स्कूल की क्षमता से अधिक परीक्षार्थी आवंटित होने से प्रधानाचार्य परेशान हैं। कई स्कूलों का केंद्र दूर बनाया गया है। इसके भी बदलाव की आवश्यकता है।
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यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए सॉफ्टवेयर के माध्यम से 132 अनंतिम केंद्रों की सूची रविवार देर शाम जारी हुई थी। 14 नवंबर तक इनके सापेक्ष आपत्ति और प्रत्यावेदन मांगे गए थे। आपके अपने हिन्दुस्तान समाचार पत्र ने सूची की खामियों को प्रमुखता से प्रकाशित किया। शुक्रवार से खामियों का निस्तारण शुरू हो गया है। 23 नवंबर तक आपत्तियों का निस्तारण कर परिषदीय कार्यालय को परीक्षा केंद्रों की सूची भेजी जानी है। केंद्रों का स्थलीय निरीक्षण हो रहा है। डीआईओएस देवकी सिंह ने पत्र जारी करते हुए कहा कि जिन स्कूलों को अनंतिम सूची में परीक्षा केंद्र प्रस्तावित किया गया है उनके प्रधानाचार्य और जिन विद्यालयों ने परीक्षा केंद्र बनाए जाने, धारण क्षमता अधिक होने, परीक्षा केंद्र न बनाने को प्रत्यावेदन दिया है उनके प्रधानाचार्य शनिवार को मोबाइल फोन ऑन रखेंगे और मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। संस्था के प्रधानाचार्य की उपस्थिति अनिवार्य है।
डिबार स्कूलों की सूची जारी: यूपी बोर्ड परीक्षा वर्ष 2025 के लिए डिबार किए गए स्कूलों की सूची भी जारी हो गई है। इसमें सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज फरीदपुर है। 23 सितंबर 2022 को परीक्षा समिति की बैठक में इस स्कूल को डिबार किया गया था।
बेटियों का केंद्र आठ किमी दूर
सूरजभान कन्या इंटर कॉलेज राजेंद्र नगर की कक्षा 12 की छात्राओं का केंद्र रेलवे हायर सेकेंडरी स्कूल सुभाष नगर में बनाया गया है। स्कूल ने अपनी आपत्ति में कहा है कि यह केंद्र हमारे यहां से लगभग सात या आठ किलोमीटर दूर है जो नियमानुसार सही नहीं है।
11 कक्ष में कैसे बैठेंगे 789 परीक्षार्थी
जेपीएन इंटर कॉलेज नवाबगंज में हाई स्कूल के 380 और इंटरमीडिएट के 409 कुल 789 परीक्षार्थियों का केंद्र बनाया गया है जबकि स्कूल में 24 से 45 परीक्षार्थियों के बैठने योग्य केवल 11 कक्ष हैं। शेष कक्ष जर्जर हैं। फर्नीचर भी सीमित मात्रा में है। एक पाली में अधिकतम 356 परीक्षार्थियों की परीक्षा हो सकती है।
396 की क्षमता के स्कूल में 1157 का केंद्र
आजाद नौरंग इंटर कॉलेज में एक पाली में अधिकतम 396 छात्र बैठ सकते हैं मगर बोर्ड ने हाईस्कूल के 579 और इंटर के 578 परीक्षार्थियों का केंद्र बनाया है। प्रधानाचार्य का कहना है कि कक्षाओं के सापेक्ष पंजीकृत छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण शुचिता पूर्ण परीक्षा कराना संभव नहीं होगा।
चार जगह बदलना होगा छात्रों को वाहन
श्री रामस्वरूप इंटर कॉलेज परातासपुर के छात्रों का परीक्षा केंद्र लगभग 15 किलोमीटर दूर भेजा गया है। केंद्र तक पहुंचने के लिए छात्रों को 4 से 5 बार वाहन बदलने पड़ेंगे। उसके कारण दुर्घटना और देरी का डर है। प्रधानाचार्य ने आस-पास केंद्र बनाने की मांग की है।
शास्त्रत्त्ी कॉलेज में फर्नीचर की कमी
लाल बहादुर शास्त्रत्त्ी इंटर कॉलेज रिछा में 807 परीक्षार्थियों का केंद्र बनाया गया है। प्रधानाचार्य का कहना है कि विद्यालय में परीक्षार्थियों के बैठने के लिए पर्याप्त फर्नीचर नहीं है। इसलिए संख्या कम की जाए ताकि परीक्षा कराने में किसी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
27 किमी दूर बनाया छात्राओं का केंद्र
लाला सिपट्टर लाल राम बेटी उत्तर माध्यमिक विद्यालय हर्रामपुर बल्लिया ने भी अपनी आपत्ति दी है। यहां की हाईस्कूल की छात्राओं का केंद्र 27 किलोमीटर दूर इस्लामिया इंटर कॉलेज में बनाया गया है। स्कूल ने केंद्र बदलने की मांग की है।