सत्ता में आए तो भर्तियों की जांच, पीएम मोदी ने सपा शासन में हुई भर्तियों की जांच कराने का किया एलान

अलीगढ़ उत्तर प्रदेश की दूसरी चुनावी सभा में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा शासन में हुई भर्तियों की जांच कराने का एलान किया। कहा, अखिलेश सरकार में सिर्फ एक जाति को ही नौकरी मिली। तंज कसा कि क्या नौकरी के लिए उसी जाति में जन्म लेना जरूरी है?

22 फरवरी को होगा 3.50 लाख शिक्षक भर्तियों पर होगा निर्णायक फैसला, सुप्रीमकोर्ट में होगा रोजीरोटी का फैसला

#Anil_Maurya_को_तत्काल_सहयोगदे
#Acadmic ke #भाईयो अब आप सभी को वर्तमान स्थिति से अवगत कराने का समय आ गया है,,*

शिक्षक भर्ती में 16A (16 क) संशोधन लाकर न्यूनतम योग्यता से छूट का अधिकार अपने पास सुरक्षित कर लिया जो कि NCTE एक्ट के सेक्शन 23(2) का खुला उल्लंघन

16A (16 क) संशोधन लाकर न्यूनतम योग्यता से छूट का अधिकार अपने पास सुरक्षित कर लिया जो कि एनसीटीई एक्ट के सेक्शन 23(2) का खुला उल्लंघन है।

शिक्षामित्रों के ये रहे वो कमजोर प्वाईट जिससे शिक्षामित्र सुप्रीमकोर्ट मे अपना केस हार सकते है? गौर से पढ़े यह पॉइंट्स

16448 सहायक अध्यापकों की भर्ती : रिक्त रह गए पदों को भरने का निर्देश

अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 16448 सहायक अध्यापकों की भर्ती के मामले में इलाहाबाद और बलिया में रिक्त रह गए पदों पर नियुक्ति देने का बेसिक शिक्षा विभाग को निर्देश दिया है। इन जिलों में नियुक्ति प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है।

सातवें वेतन आयोग पर शिक्षक संघ का बड़ा ऐलान !

लखनऊ,उ.प्र.मा.शि.स. के प्रदेशमंत्री, प्रवक्ता डॉ.महेन्द्र नाथ राय ने शिक्षक विधायक एवं संगठन के प्रदेशाध्यक्ष चेतनारायण सिंह के निर्देश पर विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि सातवें वेतन आयोग समिति द्वारा सातवें वेतन निर्धारण की संस्तुति पूर्व में दी जा चुकी है, जिससे सम्बन्धित शासनादेश भी सरकार द्वारा निर्गत किया जा चुका है।

अब 10800 शिक्षक भर्ती में भी घोटाला

अमर उजाला ब्यूरो मैनपुरी परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति के मामले को लेकर हड़कंप मचा है। दस हजार शिक्षक भर्ती में 13 शिक्षकों को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी होने के बाद बीएसए ने 10800 शिक्षक भर्ती की जांच कराई। इसमें में दस शिक्षक फर्जी निकले हैं।

22 फ़रवरी की सुनवाई हेतु एक और वरिष्ठ अधिवक्ता हायर

72825 परिवार के सम्मानित अध्यापकों : हम सब सहायक अध्यापक के पद पर सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश से सेवारत हैं और प्रथम बैच ने वेतन में एक इन्क्रीमेंट प्राप्त भी कर लिया है। 7वें वेतन आयोग से लगभग 38000 रुपया प्रति माह का वेतन भी प्राप्त होने वाला है। निरन्तर सेवा और वेतन प्राप्ति सुप्रीम कोर्ट के अंतिम आदेशों के प्रसाद पर्यन्त है।

आइये अब थोड़ा 22 फरवरी की स्थितियों पर गौर करें ..........: यस के पाठक

Income tax Planning : इस तरह करें टेक्स छूट की प्लानिंग

Income tax Planning : इस तरह करें टेक्स छूट की प्लानिंग

22 फरवरी : किसी भी प्रकार की लापरवाही हो सकती है घातक , 10 को प्रदेश स्तरीय बैठक

जैसा कि आप सभी को ज्ञात होगा कि आगामी 22 फरवरी को माननीय उच्चतम न्यायालय में लम्बित सिर्फ और सिर्फ हमारे मामले की सुनवाई होनी है जो कि लगातार 2 से 3 दिन तक चल सकती है अतः इस बार किसी भी प्रकार की लापरवाही हमारे लिये घातक हो सकती है क्यों कि इस बार मामला निर्णीत हो जायेगा, संभवतः।।

30 Jan की सुनवाई की कुछ महत्वपूर्ण बातें जो अभी तक किसी ने नही बताई

30 .1.17 की सुनवाई के बारे सभी पक्षो की पोस्ट आप सभी तक पहुँच गई होगी,,।।इसलिए अधिक बताने को कुछ बचा नही है पर आज की सुनवाई की कुछ महत्वपूर्ण बातें जो अभी तक किसी ने नही बताई वो मै बता दे रहा हूँ हालाँकि ये बाते जो कोर्ट मे थे वही जान रहे है पर किसी ने अपनी पोस्ट मे ये लिखा नही,,,--।।

सारा ध्यान 22 फरवरी की सुनवाई पर केन्द्रित : कपिलदेव यादव

एकेडमिक टीम मुख्य लीडर कपिलदेव यादव जी की पोस्ट आज आयी जिसमे उन्होने किसी भी जी ओ न आने की बात कही और सारा ध्यान 22 फरवरी की सुनवाई पर केन्द्रित करने को कहा है... जी ओ के नाम पर याचियो से लिये जाने वाले पैसे का भी विरोध किया है.....

आज जब 22 फ़रवरी की डेट सर पर आ गयी , तो मोर्चे के विभिंन गुटो द्वारा सुनवाई हेतु सहयोग मांगा जाता है

आज जब 22 फ़रवरी की डेट सर पर आ गयी है और मोर्चे के विभिंन गुटो द्वारा कोर्ट की सुनवाई हेतु आपसे सहयोग मांगा जाता है तो कुछ लोग ऐसे कन्नी काट लेते है जैसे उन्हें कोई मतलब ही नही ।

आगामी 22 फरवरी की सुनवाई 2 से 3 दिन तक चल सकती है

लखीमपुर के सभी सम्मानीय टेट शिक्षक साथियों, जैसा कि आप सभी को ज्ञात होगा कि आगामी *22-फरवरी* को माननीय *उच्चतम न्यायालय* में लम्बित सिर्फ और सिर्फ हमारे मामले की सुनवाई होनी है जो कि लगातार 2 से 3 दिन तक चल सकती है अतः इस बार किसी भी प्रकार की लापरवाही हमारे लिये घातक हो सकती है क्यों कि इस बार मामला *निर्णीत* हो जायेगा,संभवतः।।