पहले होगी जांच, तब दी जाएगी तैनाती
लखनऊ - राजकीय शिक्षक भर्ती में लाखों अभ्यर्थियों ने फर्जी डिग्री और मार्कशीट लगाई है। इसी आशंका के आधार पर निर्णय लिया गया है कि पहले दस्तावेजों की जांच होगी। उसके बाद ही शिक्षकों को तैनाती दी जाएगी। अधिकारियों को कुल 27 लाख आवेदकों में से 30 फीसदी, यानी आठ लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों के दस्तावेज फर्जी होने का अनुमान है।
लखनऊ - राजकीय शिक्षक भर्ती में लाखों अभ्यर्थियों ने फर्जी डिग्री और मार्कशीट लगाई है। इसी आशंका के आधार पर निर्णय लिया गया है कि पहले दस्तावेजों की जांच होगी। उसके बाद ही शिक्षकों को तैनाती दी जाएगी। अधिकारियों को कुल 27 लाख आवेदकों में से 30 फीसदी, यानी आठ लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों के दस्तावेज फर्जी होने का अनुमान है।