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ye lo हिसाब , सुप्रीम कोर्ट में हर डेट पर शिक्षा मित्र हिमाँशु को ही क्यूँ ढूंढ रहे हैं ? : हिमांशु राणा : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

सर्वप्रथम आपको अवगत कराना है कि कुछ संकीर्ण सोच रखने वाले व्यक्ति हिसाब हिसाब चिल्ला रहे हैं , कब नहीं दिया हिमाँशु ने हिसाब ? पिछला हिसाब ३ अगस्त २०१५ को आप मेरी वाल पर देख सकते हैं उसके बाद हर काम में इतना व्यस्त रहे कि हमने हिसाब नहीं परिणाम दिया | उन्ही संकिर्ण सोच रखने वाले और मानसिक रूप से विछिप्त लोगों से

जो ये सोच रख रहे हैं कि हिमाँशु की टीम इस केस से राजा हो गयी है तो उनसे ये पूछना चाहता हूँ कि सुप्रीम कोर्ट में हर डेट पर शिक्षा मित्र हिमाँशु को ही क्यूँ ढूंढ रहे हैं ? अगर कल को किसी भी स्तर पर जाकर मुझे कुछ हो गया तो क्या होगा ऐसे व्यक्तियों का और मेरे परिवार का ? क्या टीईटी २०११ उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने हमें तनखा दी है कभी ? क्या आजतक किसी ने ये आवाज उठाई कि ये लोग महीनो महीनो घर न जाकर केवल नौकरी के लिए प्रयासरत हैं , घर पर इनके क्या चल रहा होगा ?
मैंने कभी इस पैसे से मोह नहीं रखा क्यूंकि मैंने हमेशा ही एक चीज़ साधी है कि सरकार ने मुझे ऐसे जख्म दिए हैं कि उन्हें भरने के लिए मेरे लिए ये काम जरूरी भी था और दैव्य रुपी शक्ति मेरा साथ भी दे रही है और ये संकीर्ण सोच के व्यक्ति केवल हिमाँशु राणा के पीछे हैं, काम के मामले में शून्य हैं | होड़ है तो बस बस नेतागिरी की उसमे चाहे चयनितों के नेता हो या आगरा का पागल हो या इलाहाबाद का रीचार्ज वाला हो या नए नवेले हो जो आपको पिछले ४ वर्षों में कहीं नहीं दिखे | सोचने का विषय ये है कि मेरी टीम का एक ही अकाउंट रहता है और वहां पूरा जनता परिवार १० अकाउंट चलाकर बेरोजगारों पर लूट मचाई है | मैंने, डीपी ने , अमित ने क्या आजतक अपने अकाउंट नम्बर दिए ? मुख्य याची हूँ पर क्या आजतक कभी मेरा अकाउंट कभी भी देखा आपने ?
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खैर समय मिला है आज तो सर्वप्रथम मेरा दायित्व अपने सहयोगियों को हिसाब देने का है हालांकि जिले जिले जाकर दिया भी हूँ पर सभी तक पहुंचाने की कोशिश में आज फेसबुक पर भी |
पिछला २७ जुलाई तक का हिसाब किताब जिसमे आपको अपने अधिवक्ताओं के पिछले शेष के बारे में बता भी दिया था उसका ३ अगस्त २०१५ को दिया था , उसके बाद जितनी जगह गया और जितना पैसा मिला सबकी डिटेल आपके समक्ष रख रहा हूँ और हाँ ये हिसाब हमारी टीम की तरफ से अगस्त , सितम्बर , अक्टूबर और २ नवम्बर तक का है |
अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में मैं और डीपी इलाहाबाद और लखनऊ रहे जहाँ हमने मुख्य याची होने की वजह से सबसे पहले एप्लीकेशन मूव कराई माननीय उच्त्तम न्यायालय के रजिस्टर्ड आदेश के साथ और एमपी सिंह की फाइल २७२८ ट्रान्सफर कराकर इलाहाबाद भिजवाई और उसमे एडिशनल डाक्यूमेंट्स लगाए और २८००४ में मेरे और डीपी के नाम से आईए ३०९४११ फाइल कराई जिसमे लगभग खर्चा १५,००० लगा |
इसके अलावा संतोष श्रीवास्तव जी जिनके वकालत नामे पर नंदन सर ने बेहेस की थी और उन्ही के माध्यम से सारा काम हाई कोर्ट में किया उनकी फीस – २५,०००
मुंशी व अन्य हाई कोर्ट का कागजात व्यय – ५,०००
नंदन सर को ७५,००० पर डेट हियरिंग पर लाया गया जिसमे उन्हें १,५०,००० पेड किया गया और उनके १,५०,००० शेष रहा |
इसके अलावा नंदन सर के रोकने की व्यवस्था और आने जाने का खर्च लगभग ४५,००० हुआ था | (ग्रैंड कॉन्टिनेंटल इलाहाबाद में रुके थे और फ्लाइट का खर्च)
नेट कॉपी , फोटो कॉपी इत्यादि – लगभग १००००
इसके अलावा ४ अगस्त से ११ अगस्त तक और २९ अगस्त से १३ सितम्बर तक हम ३ जने इलाहाबाद रुके थे जिसका खर्च १८००० हुआ था |
कुल खर्चा – २,६८,०००
२ नवम्बर माननीय उच्त्तम न्यायालय का व्यय –
आनंद नंदन सर – ८०,००० (शेष)
अजीत कुमार सिन्हा सर – १,७०,०००
अमित पवन सर – ५०००० (शेष)
इसके अलावा एसएलपी डाली है ३६५५२/२०१५ Himanshu Rana & oths Vs State of UP & oths जिसका खर्च – ५५,०००
आईए जो 167/2015 जिसमे शिक्षा मित्रों की सीट्स को ऐड करने के लिए ड्राफ्ट कराई और अमित सिंह की आईए 282-283 में ammendment एप्लीकेशन डाली – ३५,०००
Caviate १४ सितम्बर को डाली गयी थी जिसका खर्च – १५,०००
सुप्रीम कोर्ट से शिक्षा मित्र मुद्दे के लिए विशेष डाक्यूमेंट्स निकलवाये जिसके लिए मुंशी को ९,००० दिए |
मुंशी + अन्य कागजी व्यय – ५,०००
२१ अक्टूबर से अब तक दिल्ली में हैं खर्चा – २ रूम ६०० के ३० से अबतक = ६०००
१ रूम ६०० का २१ से २९ तक = ५४००
खाना १००० पर डे चार लोगों का लगभग – १४,०००
अन्य खर्च आने जाने का – ५,००० लगभग
कुल खर्च – ३,९९,४०० (अमित सर और नंदन सर की फीस शेष है)
अब बात करते हैं जो अब तक पिछला हमारे अधिवक्ताओं का शेष था उसकी –
१५ मई २०१५ को जिस दिन अमित सर ने शिक्षा मित्रों पर नोटिस कराये – ५५,००० (पेड)
6 जुलाई को नंदन सर का ३५,००० शेष था – (पेड)
२७ जुलाई को अमित सर के ३५,००० शेष थे (कुछ चयनित नेता भोकाल पेले थे पर नहीं दिए गए) – (पेड)
इलाहाबाद का नंदन सर का रुका हुआ पैसा – १,५०,००० (पेड)
अब जो आज की डेट में शेष है वो नंदन सर का ८०,००० + अमित सर के अपीयरेंस का ५०,००० = १,३०,००० कुल शेष
अब जो हमारे हाथ में आया है अगस्त से अब तक –
२९ अगस्त फतेहपुर – ३००० + ७,००० + १५००० ,
इलाहाबाद – १,८०० + १२६५० + ६००
बनारस दो बार गए – १०००, १३०४० + १८०० (चयनितों के द्वारा)
आजमगढ़ – ५,००० , १०००० (कोर्ट में इलाहाबाद)
प्रतापगढ़ – १००० , ५१००
कानपुर – ११,०००
उन्नाव – २८००
गोंडा – १२०० + ४००० + ३५००
लखीमपुर – ६००
बहराइच – १२००
सच्चिदानंद – ८००
चित्रकूट मीटिंग – ६८५०
बांदा मीटिंग – ३०००
२ नवम्बर २०१५ को माननीय उच्त्तम न्यायालय परिसर में दिया गया पैसा –
विनोद सोनी – ४,०००
जीतेन्द्र सिंह उन्नाव – ५,०००
प्रवीण आजमगढ़ – २५,००० , २३०० का चेक
हरिपाल सिंह सहारनपुर – ४,०००
प्रवीण राजोरा – ७,०००
इसके अलावा अगस्त , सितम्बर , अक्टूबर में किसी जिले में गए हो और न बताये पाए हो वैसे ऐसा होता नहीं है तो उसके लिए क्षमा फ़ोन करके याद दिलाएं एडिट कर देंगे |
२ अक्टूबर अनशन का व्यय –
कुल आया – १,१८,७५०
खर्च टेंट इतियादी – २०,००० X २ = ४०,०००
मीडिया को दिए – २०,०००
कैंडल्स – ५,०००
बनेर पोस्टर इतियादी – १५,०००
पुलिस को ४,००० दिए |
अन्य व्यय – १२,००० लगभग
कुल खर्चा – ९१,०००
शेष रहा २७,७५०
(उपरोक्त की प्रमाणिकता हमारी टीम के कार्यों का संरक्षण कर रहे बलिया के दिग्विजय पाठक जी से ले सकते हैं इसके अलावा समस्त प्रमाण भी मौजूद है )
कुल खर्चा – २,६८,००० (इलाहाबाद) + ३,९४,४०० (२ नवम्बर का चेक के अतिरिक्त) + २,७५,००० (अधिवक्ताओं का पिछला पेड) + ९१००० (अनशन) = ७,५८,४००
कुल हाथ में आया – १,५७,७४० (हाथ में अब तक) + १,१८,७५० (अनशन में) = २,७३,६९०
अकाउंट डिटेल्स नीचे स्क्रीन शॉट में है |
शेष रहा – १,३०,००० (अधिवक्ताओं का)
साथियों वैसे तो जिले जिले जाकर हमेशा हिसाब दिया हूँ पर कुछ छुटभैये फेसबुक पर विदवा विलाप कर रहे थे तो उनसे बस एक ही बात कहूँगा "उस इंसान की बुराई मुंह पर करो जिसके सामने खड़े होने की हिम्मत न हो तब जानेंगे |"
हिसाब वे मांगते हैं जो कभी कुछ नहीं दिए |
जितने सीमित संसाधनों में ये काम किया है क्या कोई कर सकता था ?
शिक्षा मित्र पर स्टे जिस दिन लिया उस दिन वकीलों की फीस तक पूरी नहीं हुई थी और बात करते हैं वे हिसाब की |
खैर उत्तर-प्रदेश को उत्तम बनाने के लिए अग्रसर हैं जिसके लिए प्राथमिक शिक्षा की तरफ एहम कदम उठा चुके हैं और इस टीम के और इसके सहयोगियों के अलावा ये काम कोई करके दिखाता तब जानते |
आज जो अपने आप को बेरोजगारों का रहनुमा बता रहे हैं उनसे इस मुद्दे पर पूछिए क्या किया है ?
बातें बहुत हैं पर अभी फेस्टिव सीजन है तो आप भी मस्त रहे हम भी | १५ से एक बार फिर साथ खड़े होंगे |
नोट : अभी भी कुछ बेवकूफ नाटक करेंगे इस पर तो उनसे बस इतना कहूँगा आप कितना भी हमें पीछे धकेलने की कोशिश करें हम ज्वलंत होकर आगे निकलते जाएंगे क्यूंकि काम करके बेरोजगारों के बीच में हैं |
अगर भूल वश किसी का कुछ रह गया हो तो क्षमा प्रार्थी हूँ पर आश्वस्त रहिये आपका एक एक पैसा आपके हित के लिए लग रहा है नाकि हमारे |
आने जाने का खर्च नहीं जोड़ पाए हैं क्यूंकि इतना भ्रमण किया है अब याद नहीं है और कुछ चीज़ें जैसे कब कब फाइल्स निकलवाई हैं कोर्ट से थोडा बहुत याद नहीं है क्यूंकि ये काम भी पैसे से ही होता है |
कृपा करके अकाउंट में डालने वाले मुझसे कमेंट न करवाएं |
बाकी मैंने मेर्सिडेज , ४ हेलीकाप्टर ४ फ्लैट सब खरीद लिए हैं तो आपसे एक प्रश्न है कि बार बार १६७ पर ही हम क्यूँ ?
शिक्षा मित्र मुद्दे पर भी हम ही क्यूँ ?
एक ये ही मुद्दा था विरोधियों पर अब ये भी ख़त्म अब उनकी बारी अपना काम दिखाएं |
शोध का विषय है ये |
धन्यवाद
आपका
हिमांशु राणा
टीईटी २०११ उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा , उत्तरप्रदेश
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