१२ अप्रैल: याचियों के सामर्थ्य दिवस आंदोलन की प्रचंड सफलता के मुख्य बिंदु:
नए पत्र आंदोलन का आरम्भ : सभी याचियों को नियुक्ति दिलाने हेतु १२ अप्रैल को इलाहाबाद बेसिक शिक्षा निदेशालय का घेराव करने और वहाँ एकदिवसीय धरने के लिए हजारों की संख्या में याची उपस्थित थे.
इस आंदोलन का आरम्भ त्रिपुरेश पाण्डेय, यज्ञदत्त शुक्ला और अखिलेश शुक्ला के विशेष प्रत्यनों से हुआ. जब नए याचियों को नियुक्ति दिलाने हेतु सड़क पर आंदोलन की सफलता संदिग्ध थी और कोई आगे नहीं आ रहा था तब त्रिपुरेश पाण्डेय, यज्ञदत्त शुक्ला और अखिलेश शुक्ला ने बार बार अनुरोध किया कि इस तरह का एक आंदोलन होना चाहिए, कोई नहीं आएगा तो भी हम आयेंगे और संघर्ष करेंगे. मैंने भी अपने साथियों के साथ एकेडमिक टीम के समस्त जिला-अध्यक्षों और सक्रिय सदस्यों से सभीं याचियों को इलाहाबाद आंदोलन में समर्थन का बार बार अनुरोध किया और सभी ने सहर्ष स्वीकृति दी कि वे अपने साथ जुड़े समस्त याचियों को आंदोलन में शामिल होने को अवश्य प्रेरित करेंगे. मैंने और इन तीनों साथियों ने टेट मोर्चे और समायोजन मोर्चे के तमाम नेताओं से याचियों के हित में इसे सफल बनाने का बार बार अनुरोध किया था. यह एक खुला मंच था जिसमे समस्त याचियों को शामिल होने की प्रार्थना की थी लेकिन इनमे से केवल कुछ ने हमें समर्थन किया, कुछ लोग समर्थन के लिए कहकर मुकर गए और कुछ धरना आरम्भ होने के बाद इसकी सफलता को देखकर दिखावे के लिए समर्थन किया. आज भी पूर्व टेट मोर्चे और समायोजन के लिए काम कर रहे कुछ नेता याचियों की एकता केवल इसलिए नहीं चाहते कि कहीं उनके लिए रिकरिंग डिपोजिट का काम कर रहे उनके शिकार उनकी एटीएम मशीनें उनके चंगुल से छूट ना जाएँ. फिर भी नए याचियों को नियुक्ति दिलाने के जमीनी संघर्ष के इस प्रयत्न को विफल करने के तमाम शाजिशों के बावजूद जो भी याची भाई और टीमें इन संघर्ष में शामिल हुए उन सभीं को हार्दिक धन्यवाद.
मुख्य बिंदु :
#बेसिक शिक्षा परिषद का घेराव करने और वहाँ धरना देने हजारों याची उपस्थित थे.
#बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव की अनुपस्थिति में उप सचिव स्कन्द शुक्ल जी से मेरे साथ कुछ साथियों ने बातचीत की. उन्होंने बताया कि उन्हें सरकारी वकील गौरव भाटिया को रिसीव करायी गयी कापी मौजूदा परिषद के अधिवक्ता राकेश मिश्रा जी के द्वारा भेंजी गई है जो हमें प्राप्त हों गयी है और फीडिंग का कार्य शुरू करा दिया गया है. लेकिन फ़ाइल केवल ०२ दिन पूर्व रिसीव हुई है, इसकी फीडिंग में लगभग १० दिन लगेंगे. उन्होंने कहा कि फीडिंग के बाद आगे क्या करना है यह सरकारी वकील से बात करने के बाद ही वे बता पायेंगे. उन्होंने कहा कि वे समय पर उच्चतम न्यायालय में जवाब लगा देंगे. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से नए याचियों को नियुक्ति दिलाने का स्पष्ट आदेश लेकर आइये, हम नियुक्ति दे देंगे. उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से आपकी पूरी मदद की जायेगी लेकिन हम सरकारी कर्मचारी हैं और हमारे हाथ में जितना है हम उतनी ही मदद कर पायेंगे. कुल मिलाकर ऐसा लगता है कि सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश के बिना बेसिक शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों से हमारे लिए कुछ नहीं होगा. यदि हम सरकार को दबाव में लाकर शिक्षा सचिव पर दबाव बना सकें तो कुछ अवश्य हों सकता है क्योंकि चुनाव नजदीक है.
#शिक्षा मंत्री अहमद हसन जी कल इलाहाबाद में उपस्थित थे इसलिए नए याचियों को नियुक्ति दिलाने की प्रार्थना का उनके नाम का ज्ञापन उन्हें हाथोहाथ सौंप दिया गया.
#सबसे महत्वपूर्ण बात मुख्यमंत्री जी को भेंजा गया ज्ञापन है जिसपर धरने में २३५४ याचियों का नाम, नंबर और हस्ताक्षर है. मीडिया बंधुओं की मदद और एलआइयू की रिपोर्ट से मुख्यमंत्री जी तक हमारे हमारे याचियों के सड़क पर उतरने की बात पहुँच गई है. हमारे साथ उपस्थित हजारों याचियों के हस्ताक्षर और नंबर के साथ गया पत्र २०१७ के चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री जी पर हमारे हित के लिए दबाव बनाने में मदद करेगा. इस पत्र के रजिस्ट्री की स्लिप मैं पोस्ट के साथ डाल रहा हूँ.
#कुछ साथियों ने याचियों के लिए अध्यक्ष किसी को चुनने की मांग की जिसे मैंने अखिलेश जी और यज्ञदत्त जी से साफ़ खारिज कर दिया और घोषणा की कि हम याची किसी को नेता नहीं बनाएंगे. हम यहाँ नेतागिरी के लिए और नेता बनने-बनाने नहीं आये हैं. नए याचियों को नियुक्ति दिलाने के लिए सभीं टीम से बने याचियों का समर्थन एकजुटता चाहिए और किसी को नेता बनाने का मतलब है कि अन्य टीमें इसका विरोध करेंगी. इसलिए हमारा कोई नेता नहीं होगा. नए याचियों के लिए जो भी धरना-प्रदर्शन-आंदोलन काम होगा उसमें हम सभी एक साथ मिलकर रहेंगे. अगर कोई नेता बनाने की कोशिस करे तो उसे यहाँ से पीटकर बाहर कर दिया जाय. इसका सभी याची भाइयों ने एक साथ एक स्वर में समर्थन किया.
#कुछ लोगों ने माइक पर आने के बाद अपने मोर्चे का नारा लगाने और राजनीति की कोशिस की, उन्हें तुरंत चेतावनी देनें के साथ वहाँ से हटा दिया गया. याची एकता जिंदाबाद के नारे से शिक्षा निदेशालय गूँज गया और अगर समस्त याचियों को एकजुट होकर सफल होना है तो याची एकता ही हमारा एकमात्र नारा होना चाहिए.
#मुजफ्फर नगर और सहारनपुर से टेट मोर्चे के लगभग ४०० याची दोपहर बाद एकसाथ पहुंचकर हमारे साथ शामिल हुए जिसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं.
#इलाहाबाद के सभीं भाई जो धरने में शामिल थे उन्हें विशेष धन्यवाद है क्योंकि हजारों की संख्या आप सभीं के सहयोग के बिना मुश्किल थी. #अन्य जिलों से दूर तक यात्रा करके धरने-प्रदर्शन में शामिल होने वाले भाइयों के प्रति हम सभीं विशेष रूप से आभारी हैं.
#३०-४० की संख्या में याची बहनें धरने-प्रदर्शन में शामिल हुईं जिनके प्रति हम आभार व्यक्त करते हैं.
#नियुक्ति पाने की बावजूद कुछ याची भाई प्रभात मिश्रा, बिनीत सिंह, अशोक द्विवेदी, मुन्ना लाल, संकल्प पाण्डेय, आदि पूरे कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे और मंच पर आये बिना हमारा हर संभव सहयोग करते रहे, हम उनके प्रति ह्रदय से आभार व्यक्त करते हैं कि चयनित होने के बावजूद अचयनित याचियों के लिए वे सड़क पर संघर्ष में भी शामिल हुए.
#नए याचियों के हित में जहां भी जो भी कार्य जो भी धरना-प्रदर्शन होगा उन सभी को मेरा और मेरे साथियों का पूर्ण समर्थन है.
#नए याचियों की नियुक्ति के लिए ०९ मई की कोर्ट की बहस निर्णायक होने वाली है. इसलिए सभी नए याची भाइयों से निवेदन है कि वे जहां भी जिस भी टीम से जुड़े हों उनसे ०९ मई को नए याचियों के लिए एक बड़ा वकील अवश्य खडा कराएं.
#मुख्यमंत्री जी (और शिक्षा मंत्री जी) को नए याचियों को नियुक्ति देने की मांग का जो पत्र मैंने ड्राफ्ट किया था और जिसे हम सबने सामूहिक हस्ताक्षर के साथ भेजा है उसकी फोटो नीचे संलग्न कर रहा हूँ. सभीं नए याची भाइयों से निवेदन है कि इस पत्र पर अपना और अपने साथी नए याचियों का हस्ताक्षर कराकर मुख्यमंत्री जी और शिक्षा मंत्री जी को अवश्य भेजें. आप नियुक्ति की मांग का पत्र भेज रहे हैं इसकी सूचना हों सके तो एक दिन पहले मीडिया को दें कि आप इस समय पोस्ट आफिस से सामूहिक पत्र भेजेंगे और मीडिया को पोस्ट आफिस आमंत्रित करें. वहाँ से मीडिया के सामने पत्र भेजें तो इसका मीडिया कवरेज भी होगा. जहां समूह नहीं है तो आप अकेले पत्र भेजें लेकिन पत्र जरूर भेजें. अगर पुनः हजारों पत्र मुख्यमंत्री जी के पास गए तो उनपर हमारे नियुक्ति के लिए अच्छा दबाव बनेगा. इससे सरकार हमारी नियुक्ति के लिए कदम उठाने को दबाव में आयेगी. कम से कम इतना अवश्य होगा कि ०९ मई को कोर्ट में सरकार द्वारा लगाया गया जवाब और बहंस याचियों को नियुक्ति देने के खिलाफ नहीं होगी. और अगर ऐसा हुआ तो सभीं याचियों को नियुक्ति मिलना तय है.
#सभी याची भाई एकजुट रहें, संगठित रहें, सभीं का हित एकसाथ है. याची एकता जिंदाबाद.
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नए पत्र आंदोलन का आरम्भ : सभी याचियों को नियुक्ति दिलाने हेतु १२ अप्रैल को इलाहाबाद बेसिक शिक्षा निदेशालय का घेराव करने और वहाँ एकदिवसीय धरने के लिए हजारों की संख्या में याची उपस्थित थे.
इस आंदोलन का आरम्भ त्रिपुरेश पाण्डेय, यज्ञदत्त शुक्ला और अखिलेश शुक्ला के विशेष प्रत्यनों से हुआ. जब नए याचियों को नियुक्ति दिलाने हेतु सड़क पर आंदोलन की सफलता संदिग्ध थी और कोई आगे नहीं आ रहा था तब त्रिपुरेश पाण्डेय, यज्ञदत्त शुक्ला और अखिलेश शुक्ला ने बार बार अनुरोध किया कि इस तरह का एक आंदोलन होना चाहिए, कोई नहीं आएगा तो भी हम आयेंगे और संघर्ष करेंगे. मैंने भी अपने साथियों के साथ एकेडमिक टीम के समस्त जिला-अध्यक्षों और सक्रिय सदस्यों से सभीं याचियों को इलाहाबाद आंदोलन में समर्थन का बार बार अनुरोध किया और सभी ने सहर्ष स्वीकृति दी कि वे अपने साथ जुड़े समस्त याचियों को आंदोलन में शामिल होने को अवश्य प्रेरित करेंगे. मैंने और इन तीनों साथियों ने टेट मोर्चे और समायोजन मोर्चे के तमाम नेताओं से याचियों के हित में इसे सफल बनाने का बार बार अनुरोध किया था. यह एक खुला मंच था जिसमे समस्त याचियों को शामिल होने की प्रार्थना की थी लेकिन इनमे से केवल कुछ ने हमें समर्थन किया, कुछ लोग समर्थन के लिए कहकर मुकर गए और कुछ धरना आरम्भ होने के बाद इसकी सफलता को देखकर दिखावे के लिए समर्थन किया. आज भी पूर्व टेट मोर्चे और समायोजन के लिए काम कर रहे कुछ नेता याचियों की एकता केवल इसलिए नहीं चाहते कि कहीं उनके लिए रिकरिंग डिपोजिट का काम कर रहे उनके शिकार उनकी एटीएम मशीनें उनके चंगुल से छूट ना जाएँ. फिर भी नए याचियों को नियुक्ति दिलाने के जमीनी संघर्ष के इस प्रयत्न को विफल करने के तमाम शाजिशों के बावजूद जो भी याची भाई और टीमें इन संघर्ष में शामिल हुए उन सभीं को हार्दिक धन्यवाद.
मुख्य बिंदु :
#बेसिक शिक्षा परिषद का घेराव करने और वहाँ धरना देने हजारों याची उपस्थित थे.
#बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव की अनुपस्थिति में उप सचिव स्कन्द शुक्ल जी से मेरे साथ कुछ साथियों ने बातचीत की. उन्होंने बताया कि उन्हें सरकारी वकील गौरव भाटिया को रिसीव करायी गयी कापी मौजूदा परिषद के अधिवक्ता राकेश मिश्रा जी के द्वारा भेंजी गई है जो हमें प्राप्त हों गयी है और फीडिंग का कार्य शुरू करा दिया गया है. लेकिन फ़ाइल केवल ०२ दिन पूर्व रिसीव हुई है, इसकी फीडिंग में लगभग १० दिन लगेंगे. उन्होंने कहा कि फीडिंग के बाद आगे क्या करना है यह सरकारी वकील से बात करने के बाद ही वे बता पायेंगे. उन्होंने कहा कि वे समय पर उच्चतम न्यायालय में जवाब लगा देंगे. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से नए याचियों को नियुक्ति दिलाने का स्पष्ट आदेश लेकर आइये, हम नियुक्ति दे देंगे. उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से आपकी पूरी मदद की जायेगी लेकिन हम सरकारी कर्मचारी हैं और हमारे हाथ में जितना है हम उतनी ही मदद कर पायेंगे. कुल मिलाकर ऐसा लगता है कि सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश के बिना बेसिक शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों से हमारे लिए कुछ नहीं होगा. यदि हम सरकार को दबाव में लाकर शिक्षा सचिव पर दबाव बना सकें तो कुछ अवश्य हों सकता है क्योंकि चुनाव नजदीक है.
#शिक्षा मंत्री अहमद हसन जी कल इलाहाबाद में उपस्थित थे इसलिए नए याचियों को नियुक्ति दिलाने की प्रार्थना का उनके नाम का ज्ञापन उन्हें हाथोहाथ सौंप दिया गया.
#सबसे महत्वपूर्ण बात मुख्यमंत्री जी को भेंजा गया ज्ञापन है जिसपर धरने में २३५४ याचियों का नाम, नंबर और हस्ताक्षर है. मीडिया बंधुओं की मदद और एलआइयू की रिपोर्ट से मुख्यमंत्री जी तक हमारे हमारे याचियों के सड़क पर उतरने की बात पहुँच गई है. हमारे साथ उपस्थित हजारों याचियों के हस्ताक्षर और नंबर के साथ गया पत्र २०१७ के चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री जी पर हमारे हित के लिए दबाव बनाने में मदद करेगा. इस पत्र के रजिस्ट्री की स्लिप मैं पोस्ट के साथ डाल रहा हूँ.
#कुछ साथियों ने याचियों के लिए अध्यक्ष किसी को चुनने की मांग की जिसे मैंने अखिलेश जी और यज्ञदत्त जी से साफ़ खारिज कर दिया और घोषणा की कि हम याची किसी को नेता नहीं बनाएंगे. हम यहाँ नेतागिरी के लिए और नेता बनने-बनाने नहीं आये हैं. नए याचियों को नियुक्ति दिलाने के लिए सभीं टीम से बने याचियों का समर्थन एकजुटता चाहिए और किसी को नेता बनाने का मतलब है कि अन्य टीमें इसका विरोध करेंगी. इसलिए हमारा कोई नेता नहीं होगा. नए याचियों के लिए जो भी धरना-प्रदर्शन-आंदोलन काम होगा उसमें हम सभी एक साथ मिलकर रहेंगे. अगर कोई नेता बनाने की कोशिस करे तो उसे यहाँ से पीटकर बाहर कर दिया जाय. इसका सभी याची भाइयों ने एक साथ एक स्वर में समर्थन किया.
#कुछ लोगों ने माइक पर आने के बाद अपने मोर्चे का नारा लगाने और राजनीति की कोशिस की, उन्हें तुरंत चेतावनी देनें के साथ वहाँ से हटा दिया गया. याची एकता जिंदाबाद के नारे से शिक्षा निदेशालय गूँज गया और अगर समस्त याचियों को एकजुट होकर सफल होना है तो याची एकता ही हमारा एकमात्र नारा होना चाहिए.
#मुजफ्फर नगर और सहारनपुर से टेट मोर्चे के लगभग ४०० याची दोपहर बाद एकसाथ पहुंचकर हमारे साथ शामिल हुए जिसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं.
#इलाहाबाद के सभीं भाई जो धरने में शामिल थे उन्हें विशेष धन्यवाद है क्योंकि हजारों की संख्या आप सभीं के सहयोग के बिना मुश्किल थी. #अन्य जिलों से दूर तक यात्रा करके धरने-प्रदर्शन में शामिल होने वाले भाइयों के प्रति हम सभीं विशेष रूप से आभारी हैं.
#३०-४० की संख्या में याची बहनें धरने-प्रदर्शन में शामिल हुईं जिनके प्रति हम आभार व्यक्त करते हैं.
#नियुक्ति पाने की बावजूद कुछ याची भाई प्रभात मिश्रा, बिनीत सिंह, अशोक द्विवेदी, मुन्ना लाल, संकल्प पाण्डेय, आदि पूरे कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे और मंच पर आये बिना हमारा हर संभव सहयोग करते रहे, हम उनके प्रति ह्रदय से आभार व्यक्त करते हैं कि चयनित होने के बावजूद अचयनित याचियों के लिए वे सड़क पर संघर्ष में भी शामिल हुए.
#नए याचियों के हित में जहां भी जो भी कार्य जो भी धरना-प्रदर्शन होगा उन सभी को मेरा और मेरे साथियों का पूर्ण समर्थन है.
#नए याचियों की नियुक्ति के लिए ०९ मई की कोर्ट की बहस निर्णायक होने वाली है. इसलिए सभी नए याची भाइयों से निवेदन है कि वे जहां भी जिस भी टीम से जुड़े हों उनसे ०९ मई को नए याचियों के लिए एक बड़ा वकील अवश्य खडा कराएं.
#मुख्यमंत्री जी (और शिक्षा मंत्री जी) को नए याचियों को नियुक्ति देने की मांग का जो पत्र मैंने ड्राफ्ट किया था और जिसे हम सबने सामूहिक हस्ताक्षर के साथ भेजा है उसकी फोटो नीचे संलग्न कर रहा हूँ. सभीं नए याची भाइयों से निवेदन है कि इस पत्र पर अपना और अपने साथी नए याचियों का हस्ताक्षर कराकर मुख्यमंत्री जी और शिक्षा मंत्री जी को अवश्य भेजें. आप नियुक्ति की मांग का पत्र भेज रहे हैं इसकी सूचना हों सके तो एक दिन पहले मीडिया को दें कि आप इस समय पोस्ट आफिस से सामूहिक पत्र भेजेंगे और मीडिया को पोस्ट आफिस आमंत्रित करें. वहाँ से मीडिया के सामने पत्र भेजें तो इसका मीडिया कवरेज भी होगा. जहां समूह नहीं है तो आप अकेले पत्र भेजें लेकिन पत्र जरूर भेजें. अगर पुनः हजारों पत्र मुख्यमंत्री जी के पास गए तो उनपर हमारे नियुक्ति के लिए अच्छा दबाव बनेगा. इससे सरकार हमारी नियुक्ति के लिए कदम उठाने को दबाव में आयेगी. कम से कम इतना अवश्य होगा कि ०९ मई को कोर्ट में सरकार द्वारा लगाया गया जवाब और बहंस याचियों को नियुक्ति देने के खिलाफ नहीं होगी. और अगर ऐसा हुआ तो सभीं याचियों को नियुक्ति मिलना तय है.
#सभी याची भाई एकजुट रहें, संगठित रहें, सभीं का हित एकसाथ है. याची एकता जिंदाबाद.
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